फॉक्सवैगन टाइगुन और स्कोडा कुशाक को ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में मिली 5-स्टार रेटिंग
क्या है खबर?
फॉक्सवैगन टाइगुन और स्कोडा कुशाक भारतीय सड़कों के लिए सबसे सुरक्षित कॉम्पैक्ट SUVs की लिस्ट में शुमार हो गई हैं।
इन दोनों ने ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में पांच स्टार सुरक्षा रेटिंग हासिल कर ली है।
बता दें कि टाइगुन और कुशाक को भारत में पिछले साल ही लॉन्च किया गया था।
ये दोनों कारें 'स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया' की पहली दो मेड-इन-इंडिया SUVs हैं।
जानकारी
एक ही फैक्ट्री में होता है दोनों कारों का उत्पादन
स्कोडा कुशाक और फॉक्सवैगन टाइगुन का उत्पादन महाराष्ट्र में पुणे के पास इनकी संयुक्त फैक्ट्री में किया जाता है।
कुशाक और टाइगुन महिंद्रा की XUV700 और XUV300 जैसी मजबूत कारों लिस्ट में शामिल हो गई हैं, इनके अलावा टाटा मोटर्स की नेक्सम और पंच भी भारत की सबसे सुरक्षित SUVs की लिस्ट में शुमार हैं।
बता दें कि टाटा पंच ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाली भारतीय कार है।
क्रैश टेस्ट
ग्लोबल NCAP ने अपने नए प्रोटोकॉल के तहत हुआ यह टेस्ट
फॉक्सवैगन टाइगुन और स्कोडा कुशाक भारत की पहली ऐसी दो कारें हैं जिनका परीक्षण ग्लोबल NCAP ने अपने नए क्रैश टेस्ट प्रोटोकॉल के तहत किया है।
नए नियमों में फ्रंटल और साइड इफेक्ट प्रोटेक्शन असेसमेंट, ESC और पैदल यात्री सुरक्षा मानक शामिल हैं। इन दोनों SUVs में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) स्टैंडर्ड रुप से उपलब्ध है।
कुशाक और टाइगुन ने व्यस्क श्रेणी में 34 में से 29.64 अंक और बच्चों की श्रेणी में 49 में से 42 अंक हासिल किये।
खास बातें
ये हैं दोनों SUVs में समानताएं
फॉक्सवैगन टाइगुन छह एयरबैग, EBD के साथ ABS, ESC, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), मल्टी कोलिजन ब्रेकिंग, रियर पार्किंग डिस्टेंस कंट्रोल, हिल होल्ड कंट्रोल और 3-पॉइंट सीट बेल्ट जैसी सुरक्षा सुविधाओं के साथ आती है।
स्कोडा कुशाक टाइगुन की सिस्टर कार होने के नाते समान तकनीक और समान सुरक्षा सुविधाओं से लैस है।
भारतीय बाजार में टाइगुन की एक्स शोरूम कीमत 11.55 लाख रुपये से शुरू होती है और स्कोडा कुशाक की कीमत 11.29 लाख रुपये से शुरू होती है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
जल्द ही देश में भी ग्लोबल NCAP की तर्ज पर भारत NCAP द्वारा कारों का क्रैश टेस्ट शुरू होने वाला है। भारतीय वाहनों की मजबूती और सुरक्षा मापने के लिए भारत सरकार ने इस योजना को मंजूरी भी दे दी है।
इस योजना को स्वयं केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ही आगे बढ़ाया है।
ऐसे में अब वाहन निर्माताओं को देश में बन रहे वाहनों को टेस्टिंग के लिए विदेश नहीं भेजना पड़ेगा।