टेस्ला भारत में प्रवेश के लिए तैयार, आयात शुल्क में जल्द राहत संभव
क्या है खबर?
एलन मस्क की कार कंपनी टेस्ला जल्द ही भारत में अपनी कारों की बिक्री शुरू करेगी, लेकिन अभी यहां फैक्ट्री नहीं बनाएगी।
कंपनी विदेश से कारें मंगाकर बेचेगी और दिल्ली-मुंबई में शोरूम खोलेगी। सरकार चाहती है कि भारत टेस्ला की ग्लोबल सप्लाई चेन का हिस्सा बने, जिससे यहां कुछ पार्ट्स बनने लगें।
इसके लिए टेस्ला धीरे-धीरे भारत से सामान खरीदना शुरू करेगी। सरकार कंपनी को आकर्षित करने के लिए आयात शुल्क में राहत देने पर भी विचार कर रही है।
योजना
सरकार घटा सकती है टेस्ला के लिए टैक्स
अभी 40,000 डॉलर (करीब 35 लाख रुपये) से महंगी इलेक्ट्रिक कारों पर 110 प्रतिशत तक आयात शुल्क लगता है, जिसे कम किया जा सकता है।
सरकार चाहती है कि ज्यादा विदेशी EV कंपनियां भारत आएं, इसलिए वह टेस्ला के लिए और टैक्स में छूट दे सकती है। इससे टेस्ला की कारें भारत में सस्ती हो सकती हैं।
हालांकि, सरकार चाहती है कि भविष्य में टेस्ला कुछ सामान यहीं बनाना शुरू करे, जिससे देश में निवेश और रोजगार बढ़े।
भविष्य
टेस्ला भारत में धीरे-धीरे बढ़ेगी
टेस्ला की भारत में प्रवेश से इलेक्ट्रिक कारों का बाजार बड़ा होगा। कंपनी यहां पहले अपने शोरूम खोलेगी, फिर धीरे-धीरे सप्लाई चेन में भारतीय कंपनियों को जोड़ेगी।
सरकार चाहती है कि टेस्ला भारत को अपनी उत्पादन प्रक्रिया में शामिल करे।
अगर आने वाले वर्षों में टेस्ला का बिजनेस अच्छा चलता है, तो वह यहां कार निर्माण पर भी विचार कर सकती है। टैक्स में राहत और सप्लाई चेन का विस्तार भारत में इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को आगे बढ़ा सकता है।