यह है दुनिया की सबसे छोटी कार, जानिए कितना है इसका आकार
कारों को लेकर बदलती सोच के चलते अब सड़कों पर बड़ी-बड़ी SUVs नजर आती हैं, लेकिन शहरी क्षेत्र में परेशानी रहित सफर के लिए छोटी गाड़ियाें ज्यादा सहुलियत देती हैं। यही कारण है कि टाटा नैनो, बजाज क्यूट और PMV EAS E जैसी छोटी गाड़ियों का निर्माण किया गया। ऐसे में आपके मन में भी सबसे छोटी कार को लेकर सवाल खड़ा होता होगा। आइये जानते हैं दुनिया की सबसे छोटी उत्पादन कार कौन-सी है और इसकी खासियत क्या है।
इतनी है गाड़ी की लंबाई
दुनिया का सबसे छोटी कार की पील P50 है, जिसे साल 1962 में पहली बार पील नाम की ऑटोमोबाइल कंपनी ने बनाया और एलेक्स ऑर्चिन ने डिजाइन किया था। इस गाड़ी के डायमेंशन की बात करें तो लंबाई 134cm, चौड़ाई 98cm और ऊंचाई 100cm है। कार का वजन किसी मोटरसाइकिल से भी कम महज 59 किलोग्राम है। इसके आकार के कारण 2010 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में इसे सबसे छोटी कार के तौर पर दर्ज किया गया।
सीमित फीचर्स के साथ आती है यह गाड़ी
इस कार को शहरों के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में चलाने के लिए बनाया गया था। सामान्य कारों के 4 टायर की बजाय यह, 3 टायरों पर दौड़ती है और एक सीटर होने के कारण केवल एक ही व्यक्ति बैठ सकता है। इसकी बॉडी को मोनोकॉक फाइबर ग्लास से तैयार किया गया, जिससे यह वजन में हल्की है। फीचर्स देखें तो P50 में सिंगल हैडलाइट, विंडशील्ड वाइपर, 2 पैडल के साथ स्टीयरिंग व्हील, गियर शिफ्टर और स्पीडोमीटर जैसी सुविधाएं हैं।
छोटा पर दमदार है पावरट्रेन
पील P50 में मोपेड से भी छोटा 49cc का 2-स्ट्रोक इंजन दिया गया, जो 4.2bhp की पावर और 5Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसे 3-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ जोड़ा गया। इस सेटअप के साथ भी यह गाड़ी करीब 61 किमी/घंटा की अधिकतम गति पकड़ लेती थी और 80 किमी/लीटर का माइलेज देती है। कंपनी ने अब P50 का इलेक्ट्रिक वेरिएंट भी लॉन्च कर दिया है। इसकी कीमत की भारतीय मुद्रा में करीब 84 लाख रुपये है।