अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान जारी; कब तक पता चलेंगे नतीजे?
क्या है खबर?
अमेरिकी में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है।
मतदान खत्म होते ही यह तय हो जाएगा कि डोनाल्ड ट्रंप कुर्सी पर बने रहते हैं या जो बिडेन अमेरिका के अगले राष्ट्रपति बनेंगे।
अमेरिका के साथ-साथ पूरी दुनिया की नजरें इन चुनावों के नतीजों पर टिकी हुई हैं। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल होगा कि इन चुनावों के नतीजे कब घोषित होंगे?
आइये, इस सवाल का जवाब जानते हैं।
जानकारी
भारत के हिसाब से कब शुरू हुआ मतदान?
भारत और अमेरिका के समय में लगभग 12 घंटे का समय है। इस हिसाब से मंगलवार सुबह जब अमेरिका में मतदान शुरू हुआ तब भारत में शाम ढलना शुरू हो चुकी थी। मतदान खत्म होते-होते भारत में बुधवार की सुबह हो जाएगी।
रूझान
मतदान वाले दिन ही पता चल जाएगा कौन बनेगा राष्ट्रपति
आमतौर पर मतदान के कुछ घंटो बाद ही पता चल जाता है कि अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कौन होगा, लेकिन इस बार स्थिति थोड़ी अलग है।
दरअसल, कोरोना वायरस महामारी ने अमेरिकी चुनावों को कई तरह से प्रभावित किया है।
इसके चलते कई मतदाताओं ने मंगलवार से पहले ही मतदान कर दिया है। इस कारण इन मतों की गिनती में देरी हो सकती है और लोगों को अगले राष्ट्रपति का नाम जानने के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।
जानकारी
क्या मतदान वाले दिन ही मतगणना हो जाती है?
इस सवाल का जवाब ना है। दरअसल, मतगणना की प्रक्रिया मतदान वाली रात के बाद भी चलती रहती है, लेकिन उस रात तक इतने मत गिने जा चुके होते हैं कि यह अंदाजा लग जाता है कि चुनाव में किस उम्मीदवार ने बाजी मारी है।
प्रक्रिया
अमेरिका में कैसे होता है मतदान?
अमेरिका में तीन तरह से मतदान होता है। मतदाता चाहे तो डाक के जरिये, ड्रॉप बॉक्स के जरिये और व्यक्तिगत रूप से मतदान केंद्र जाकर मतदान कर सकता है।
व्यक्तिगत रूप से वह चाहे तो चुनाव के दिन या उससे पहले भी मतदान कर सकता है।
अधिकतर राज्यों और काउंटीज में चुनावी दिन से 5-7 दिन पहले मतदान केंद्र खुल जाते हैं। हालांकि, वॉशिंगटन और हवाई समेत पांच राज्यों में व्यक्तिगत रूप से मतदान की व्यवस्था नहीं है।
महामारी का असर
इस साल क्या बदलाव आया है?
इस साल महामारी के कारण पिछले चुनावों की तुलना में ज्यादा लोगों ने डाक या पहले जाकर व्यक्तिगत रूप से मतदान कर दिया है।
चुनावी दिन से पहले ही नौ करोड़ से अधिक अमेरिकी डाक या व्यक्तिगत रूप से मत डाल चुके हैं। ये देश के 43 प्रतिशत रजिस्टर्ड मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इस वजह से इस बार मतगणना में देरी हो सकती है क्योंकि डाक से डाले गए मतों की गिनती में ज्यादा समय लगता है।
प्रक्रिया
14 दिसंबर तक डाले जा चुके होंगे सभी मत
इस बार पेंसिलवेनिया, उत्तरी कैरोलिना, मिनेसोटा और नेवादा आदि राज्यों में 13 नवंबर तक डाक के जरिये मत भेजने की अनुमति है।
10 नवंबर से सभी राज्यों को अपने परिणाम प्रकाशित करने होंगे। कैलिफॉर्निया को छोड़कर सभी राज्यों को 8 दिसंबर तक सर्टिफिकेशन का काम पूरा करना होगा।
इसके बाद 14 दिसंबर को चुनाव में जुटे अधिकारी मत डालेंगे। जो अधिकारी जिस राज्य का होगा, उसके अंतिम नतीजों में इन मतों को जोड़ दिया जाएगा।
जानकारी
20 जनवरी को शपथ लेंगे राष्ट्रपति
अमेरिका में चुनावों के बाद 20 जनवरी को नये राष्ट्रपति अपने पद की शपथ लेते हैं। अगर उस दिन रविवार होता है तो अगले दिन शपथ ग्रहण समारोह होता है।
चुनावी नतीजे
नतीजों को लेकर विवाद होने की स्थिति में क्या होता है?
बीबीसी के अनुसार, चुनावी दिन से पहले ही इस बार अमेरिका में चुनावी कानून से जुड़े 300 मामले दायर हो चुके हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप भी विवादों की आशंका जताते हुए कह चुके हैं कि ऐसा हो सकता है कि चुनावों के नतीजा सुप्रीम कोर्ट में निकले।
साल 2000 में हुए चुनावों के वक्त ऐसा हो चुका है। उस समय डेमोक्रेट उम्मीदवार अल गोर 537 मतों से हार गए थे। उसके बाद विवाद शुरू हो गया।
जानकारी
सुप्रीम कोर्ट में जीत के बाद जॉर्ज डब्ल्यू बुश बने थे राष्ट्रपति
मतगणना को लेकर चले विवाद के बीच दोबारा मतगणना की गई। इस पूरी प्रक्रिया में एक महीने से ज्यादा का समय लगा। आखिरकार मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा। यहां रिपब्लिकन उम्मीदवार की जीत हुई और जॉर्ज डब्ल्यू बुश राष्ट्रपति बन गए।