
दक्षिण कोरिया: पूर्व राष्ट्रपति यून की गिरफ्तारी की मांग क्यों हो रही है?
क्या है खबर?
दक्षिण कोरिया में आपातकाल मार्शल लॉ लगाने के कारण निलंबित राष्ट्रपति यून सुक योल पर गिरफ्तारी का दबाव बढ़ता जा रहा है। संयुक्त जांच दल ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।
जांच दल ने सोमवार को कहा कि वह विद्रोह और सत्ता के दुरुपयोग के आरोपों में यून की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है।
संयुक्त जांच दल में भ्रष्टाचार जांच कार्यालय (CIO), पुलिस और रक्षा मंत्रालय के उच्च अधिकारी शामिल हैं।
गिरफ्तारी
समन की अनदेखी पर होगी कार्रवाई
अल जजीरा के मुताबिक, जांच दल के अधिकारियों का कहना है कि महाभियोग लगाए गए नेता यून 3 समन देने के बाद भी पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए, जिसके लिए उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही है।
अब मामले में कोर्ट को निर्णय लेना है कि यून को हिरासत में लेने के अनुरोध के बाद गिरफ्तारी का वारंट जारी किया जाए या नहीं। इसे दक्षिण कोरिया के इतिहास में पहली बार बताया जा रहा है।
छूट
देशद्रोह के मामले में नहीं मिलेगी छूट
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति रहने के नाते यून को अधिकांश अपराधों के लिए अभियोजन से छूट प्राप्त है, लेकिन विद्रोह या राजद्रोह के मामलों में उन्हें किसी प्रकार की कोई कानूनी सुरक्षा नहीं मिलेगी।
मामले में यून के वकील यून गैप-ग्यून का कहना है कि संयुक्त जांच दल अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम कर रहा है, जिसका जवाब देने के लिए औपचारिक कदम उठाया जाएगा।
आपातकाल
3 दिसंबर को लगाया था आपातकाल मार्शल लॉ
3 दिसंबर को यून ने विपक्षी पार्टियों पर देश में व्यवधान पैदा करने का आरोप लगाते हुए रात में आनन-फानन में आपातकालीन मार्शल लॉ लगा दिया था।
हालांकि, मार्शल लॉ को रात में 6 घंटे बाद संसद में रद्द कर दिया गया और राष्ट्रपति यून के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया गया।
14 दिसंबर को महाभियोग के पक्ष में 204 वोट, जबकि विपक्ष में 85 वोट पड़े। यून को राजनीतिक संकट पैदा करने का दोषी पाते हुए कर्तव्यों से हटाया गया।