
कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले का एक साल, प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेताओं पर लाठीचार्ज
क्या है खबर?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या मामले को आज एक साल हो गया है। आज मामले में न्याय की मांग को लेकर भाजपा और डॉक्टरों ने मार्च निकाला। इस दौरान पश्चिम बंगाल पुलिस ने भाजपा नेताओं को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए, जिन्हें नेता तोड़ने की कोशिश करने लगे। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर नेताओं को खदेड़ा। नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की।
मार्च
सचिवालय तक मार्च निकाल रहे थे नेता-डॉक्टर
भाजपा और डॉक्टरों ने आज 'नबन्ना अभियान' रैली निकालने का ऐलान किया था। ये लोग पश्चिम बंगाल सचिवालय तक मार्च निकाल रहे थे। इसमें भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी, विधायक अग्निमित्र पॉल और अन्य नेता भी मौजूद थे। इस दौरान पुलिस ने भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया और सचिवालय जाने वाले रास्तों पर बैरिकेड लगा दिए। जब भाजपा नेता इन्हें हटाने लगे तो पहले वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया।
भाजपा
भाजपा ने की मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग
भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, "कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल को ममता बनर्जी बचा रही हैं। उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए। अगर वह त्यागपत्र नहीं देती हैं तो 8 महीने बाद बंगाल की जनता उन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकेगी।" भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा, "घटना के एक साल पूरे हो गए हैं लेकिन 'अभया' को अभी भी इसांफ नहीं मिला है। ममता को इस्तीफा देना चाहिए।"
आरोप
सुवेंदु का आरोप- पीड़िता की माता को पीटा गया
सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाते हुए कहा, "पीड़िता के माता-पिता को पीटा गया, उनकी मां की चूड़ियां तोड़ दी गईं और सिर में चोट आई। भाजपा विधायकों को भी पीटा गया है। कम से कम 100 लोग घायल हुए हैं, मैं भी घायल हुआ हूं। यह बंगाल बनाम ममता की लड़ाई है।" पॉल ने कहा, "ममता बनर्जी डर गई हैं। यह पुलिस जिसे DA नहीं मिलता, फिर भी ऐसा करती है। यह प्रदर्शन अभया के लिए है।"
मां
मां बोली- पुलिसकर्मियों ने धक्का-मुक्की की
पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि जब वह मार्च में शामिल होने जा रही थीं, तो महिला पुलिसकर्मियों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। इस दौरान उनकी चूड़ियां टूट गईं और सिर पर चोट लगी। उन्होंने कहा, "हमें क्यों रोका जा रहा है? हम बस नबन्ना पहुंचकर अपनी बेटी के लिए न्याय मांगना चाहते हैं।" पीड़िता के पिता ने कहा कि पुलिस ने उनके परिवार को डोरिना क्रॉसिंग तक पहुंचने से रोका, जहां से उन्हें मार्च में शामिल होना था।
मामला
क्या है बलात्कार-हत्या का मामला?
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को महिला डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके साथ बर्बरता होने की बात सामने आई थी, जिसके बाद देशभर में विरोध शुरू हो गया था और डॉक्टरों ने भूख हड़ताल की। पुलिस ने अस्पताल के स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया था। बाद में जांच CBI को सौंप दी गई। कोर्ट ने संजय को उम्रकैद की सजा दी है।