उत्तर कोरिया ने सीमा के पास लगभग 200 गोले दागे, दक्षिण कोरिया ने बताया भड़काऊ कार्रवाई
क्या है खबर?
उत्तर कोरिया ने शुक्रवार सुबह दक्षिण कोरिया के पास लगभग 200 गोले दागे। दक्षिण कोरिया की सेना ने इस हमले की पुष्टि की है।
दक्षिण कोरिया ने इस कदम की निंदा करते हुए इसे 'भड़काऊ कार्रवाई' करार दिया है। इसके साथ ही आसपास के इलाकों को खाली करने के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि शुक्रवार को उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी थी कि वह दक्षिण कोरिया और उसके सहयोगी अमेरिका के खिलाफ युद्ध के लिए तैयार है।
मामला
सुबह 9 से 11 बजे के बीच दागे गए गोले
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने ब्रीफिंग में कहा, "उत्तर कोरियाई सेना ने आज सुबह लगभग 9 से 11 बजे तक बेंगनीओंग द्वीप के उत्तरी भाग स्थित जांगसन-गोट और येओनपयोंग के उत्तरी क्षेत्रों में 200 गोले दागे।"
मंत्रालय ने कुछ देर बाद एक और बयान जारी करते हुए कहा, "यह एक भड़काऊ कार्रवाई है जो कोरियाई प्रायद्वीप में शांति के लिए खतरा है।"
मंत्रालय ने उत्तर कोरिया को कड़ी चेतावनी देते हुए इसे रोकने को कहा।
चेतावनी
दक्षिण कोरिया ने कहा- हम जवाब देंगे
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "हम कड़ी चेतावनी देते हैं कि इस बढ़ते संकट के लिए उत्तर कोरिया पूरी तरह जिम्मेदार होगा और हम उससे इस कार्रवाई रोकने को तुरंत रोकने का आग्रह करते हैं।"
मंत्रालय ने कहा, "हमारी सेना अमेरिका के साथ समन्वय में स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए है और उत्तर कोरिया की उकसाने वाली कार्रवाई के जवाब में उचित कदम उठाया जाएगा।"
आदेश
दोनों द्वीपों के नागरिकों को इलाका खाली करने के आदेश
न्यूज एजेंसी AFP के अनुसार, येओनप्योंग और बेंगनीओंग द्वीपों के नागरिकों को सुरक्षा के मद्देनजर इलाके को खाली करने के लिए कहा गया है।
बेंगनीओंग द्वीप के एक स्थानीय जिला अधिकारी ने कहा कि दक्षिण कोरियाई सेना जल्द ही एक नौसैनिक अभ्यास करेगी।
बता दें कि दक्षिण कोरिया का येओनप्योंग द्वीप पीले सागर में स्थित है। यह इंचियोन से लगभग 80 किलोमीटर पश्चिम में और उत्तर कोरिया के ह्वांगहे प्रांत के समुद्र तट से 12 किलोमीटर दक्षिण में है।
धमकी
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम ने दी थी चेतावनी
पिछले दिनों उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने आरोप लगाया था कि अमेरिका विभिन्न प्रकार के सैन्य खतरे को पैदा कर रहा। उन्होंने सेना को हर प्रकार की सैन्य प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहने के आदेश दिए थे।
सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए के अनुसार, किम ने चेतावनी देते हुए कहा, "मैं घोषणा करता हूं कि अगर अमेरिका और दक्षिण कोरिया, कोई भी सैन्य कार्रवाइ करते हैं तो इसका जवाब दिया जाएगा। इसमें परमाणु हमले का विकल्प भी मौजूद रहेगा।"
संबंध
2010 में उत्तर कोरिया ने किया था इसी द्वीप पर हमला
उत्तर कोरिया ने 2010 में भी येओनपयोंग द्वीप पर 170 गोले बरसाए थे, जिसमें 2 नागरिकों समेत 4 लोगों की मौत हुई थी। यह हमला 1950-53 का कोरियाई युद्ध समाप्त होने के बाद इस द्वीप पर हुए सबसे बड़े हमलों में से एक था।
रिपोर्ट के अनुसार, किम जोंग द्वारा परमाणु हथियार नीति को संवैधानिक दर्जा दिए जाने के बाद दोनों देशों के बीच संबंध दशकों के सबसे निचले स्तर पर हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद कोरिया को जापान से आजादी मिली, लेकिन वह अमेरिका और सोवियत संघ के शीत युद्ध में फंस गया।
देश के दक्षिण हिस्से पर अमेरिका ने और उत्तरी हिस्से पर सोवियत संघ ने अपने कब्जा कर लिया। तभी से दोनों देश अलग-अलग हैं।
उत्तरी कोरिया ने 25 जून, 1950 को दक्षिण कोरिया पर हमला करते हुए एकीकरण की मांग भी की थी। ये 'कोरियाई युद्ध' 3 साल चला, लेकिन एकीकरण नहीं हुआ।