रूस: प्रिगोजिन का विमान कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुआ और इसे पुतिन से क्यों जोड़ा जा रहा?
क्या है खबर?
निजी सेना समूह वागनर के मुखिया येवगेनी प्रिगोजिन का कल रात रूस में एक विमान हादसे में निधन हो गया। उनके साथ विमान में सवार सभी 10 लोग भी मारे गए।
प्रिगोजिन ने करीब 2 महीने पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ विद्रोह किया था। इस वजह से दुर्घटना में उनकी मौत को लेकर सवाल पैदा हो रहे हैं।
आइए समझते हैं कि पूरा घटनाक्रम कैसे हुआ और प्रिगोजिन आखिर थे कौन।
हादसा
कैसे हुआ हादसा?
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिगोजिन एक एम्ब्रायर लेगेसी 600 एग्जीक्यूटिव विमान से उड़ान भर रहे थे। ये विमान मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था।
फ्लाइट ट्रैकिंग डाटा वेबसाइट फ्लाइटरडार24 के मुताबिक, विमान ने शुरुआत के आधे घंटे तक सामान्य तरीके से उड़ान भरी। हालांकि, स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 3.19 बजे त्वेर क्षेत्र में कुझेनकिनो गांव के पास विमान तेजी से नीचे आने लगा और केवल 30 सेकंड में 28,000 फीट की ऊंचाई से 8,000 फीट नीचे आ गया।
सवारी
विमान में कौन-कौन सवार था?
विमान में प्रिगोजिन के अलावा उनके सहयोगी दिमित्री उत्किन, सर्गेई प्रोपुस्टिन, येवगेनी माकारियन, अलेक्जेंडर तोतमिन, वालेरी चेकालोफ़ और निकोलाई मातुसेयेव सवार थे।
इसके अलावा चालक दल के 3 सदस्यों में कैप्टन एलेक्सी लेवशिन, को-पायलट रुस्तम करीमोफ और फ्लाइट अटेंडेंट क्रिस्टीना रास्पोपोवा शामिल थे।
विमान ऑटोलक्स ट्रांसपोर्ट नामक कंपनी में रजिस्टर्ड था। विमान बनाने वाली कंपनी का कहना है कि उसने रूस पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बाद विमान को किसी भी तरह की सेवा देना बंद कर दिया था।
बगावत
प्रिगोजिन के पुतिन के खिलाफ बगावत का क्या मामला था?
24 जून को प्रिगोजिन की वागनर सेना ने पुतिन के खिलाफ बगावत कर दी थी। तब प्रिगोजिन ने रूस के नेतृत्व को उखाड़ फेंकने की कसम खाई थी और उनके सैनिकों ने लिपेत्स्क और रोस्तोव में सैन्य मुख्यालयों पर कब्जा कर लिया था।
प्रिगोजिन मॉस्को पर चढ़ाई करने जा रहे थे, लेकिन बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्सेंडर लुकाशेंको की मध्यस्थता के बाद उन्होंने विद्रोह वापस ले लिया था। समझौते के तहत प्रिगोजिन को रूस छोड़ना पड़ा था।
सजा
हादसे को पुतिन से क्यों जोड़ा जा रहा?
प्रिगोजिन के विद्रोह के बाद पुतिन ने कहा था कि वागनर समूह का यह कदम रूसी सेना की पीठ में खंजर घोंपने जैसा है और इस कदम की सजा दी जाएगी।
उन्होंने कहा था, "जिस किसी ने भी देश की सेना के खिलाफ हथियार उठाए हैं, वो देशद्रोही है और उन्हें सजा मिलेगी।"
पुतिन के इस बयान के बाद ही चर्चा थी कि प्रिगोजिन की जान को खतरा है। CIA और यूक्रेन ने भी इसकी आशंका जताई थी।
वागनर
क्या है वागनर समूह?
वागनर समूह निजी सेना है, जो रूस की राष्ट्रीय सेना की मदद करती रही है। यूक्रेन युद्ध में भी रूसी सेना के साथ वागनर समूह कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रहा था। इसकी स्थापना पूर्व रूसी सैनिक दिमित्री उत्कीन ने की थी।
शुरुआत में वागनर एक गुप्त संगठन था और छुपकर काम करता था, लेकिन 2014 में रूसी सेना के साथ इसके संबंधों का खुलासा हुआ। वर्तमान में वागनर में करीब 50,000 लड़ाके हैं।
प्रिगोजिन
कौन थे येवगेनी प्रिगोजिन?
प्रिगोजिन कभी हॉटडॉग बेचते थे। जब ये काम चल निकला तो उन्होंने सेंट पीटर्सबर्ग में एक शानदार रेस्त्रां खोला और यहीं से उनकी पहचान पुतिन से हुई।
इसके बाद उन्हें कई सरकारी अनुबंध भी मिले और पुतिन से उनकी नजदीकी बढ़ने लगी।
इसी के साथ ही प्रिगोजिन ने अपनी सेना भी खड़ी की, जिसे पहली बार 2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे के बाद तैनात किया गया था।