रूस: वागनर ने रोस्तोव सैन्य मुख्यालय पर कब्जा किया, पुतिन बोले- ये देशद्रोह, सजा मिलेगी
क्या है खबर?
रूस की निजी सेना वागनर समूह ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ ही विद्रोह कर दिया है। वागनर के सैनिक यूक्रेनी सैनिकों के साथ मिलकर रूस के सैनिकों को निशाना बना रहे हैं।
खबर है कि वागनर सैनिकों ने रोस्तोव में रूसी सेना के मुख्यालय पर कब्जा कर लिया है और अब राजधानी मॉस्को की ओर बढ़ रहे हैं।
इस बीच पुतिन ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि रूस देशद्रोह का सामना कर रहा है।
बयान
पुतिन बोले- रूस को विभाजित नहीं होने देंगे
राष्ट्र को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा कि वागनर समूह का यह कदम रूसी सैना की पीठ में खंजर घोंपने जैसा है और इस कदम की सजा दी जाएगी।
उन्होंने कहा, "जिस किसी ने भी देश की सेना के खिलाफ हथियार उठाए हैं, वो देशद्रोही है। रूस की सेना को सभी जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं। हम रूस को विभाजित नहीं होने देंगे, अपने लोगों की रक्षा करेंगे।"
सैनिक
रूसी सेना के 70 सैनिक वागनर समूह से जुड़े- दावा
वागनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन ने दावा किया है कि रूसी सेना ने अब तक उन पर हमला नहीं किया है और करीब 70 रूसी सैनिक उनके साथ आ गए हैं।
प्रिगोजिन इस वक्त रोस्तोव सैन्य मुख्यालय में हैं, जहां उन्होंने रूस के उप रक्षा मंत्री और सैन्य खुफिया विभाग के उप प्रमुख से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि वे सैन्य प्रमुख के आने का इंतजार कर रहे हैं और वे नहीं आए तो रोस्तोव पर कब्जा जारी रखेंगे।
मॉस्को
मॉस्को में सारे सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द
हालात को देखते हुए मॉस्को में सभी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।
राजधानी की ओर आने वाले हाईवे को भी बंद कर दिया गया है।
मॉस्को में 'आतंकवाद विरोधी शासन' लागू कर दिया गया है। इसके तहत सैन्य अधिकारियों को कुछ अतिरिक्त अधिकार दिए गए हैं।
मॉस्को की सड़कों पर टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों के वीडियो सामने आए हैं।
अपील
रूस ने वागनर सैनिकों से प्रिगोजिन का नेतृत्व छोड़ने की अपील की
रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वागनर समूह के भाड़े के लड़ाकों को वागनर प्रमुख प्रिगोजिन द्वारा 'धोखा दिया गया और एक आपराधिक कार्य में घसीटा गया।'
मंत्रालय ने सैनिकों से अपील की कि वे प्रिगोजिन की न सुनें। मंत्रालय ने वागनर सैनिकों से अपने प्रतिनिधियों और कानून प्रवर्तन सेवाओं से संपर्क करने का आग्रह किया और कहा कि वे ऐसा करेंगे तो उन्हें सुरक्षा दी जाएगी।
वजह
क्यों विद्रोह पर उतर आया वागनर समूह?
प्रिगोजिन का आरोप है कि वागनर के प्रशिक्षण कैंप पर क्रेमलिन के आदेश पर मिसाइलों से हमले किए गए।
प्रिगोजिन का कहना है कि इन हमलों में उसके कई सैनिक मारे गए हैं और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई सोइगु, रूसी सैन्य जनरलों के साथ मिलकर वागनर ग्रुप को तबाह करना चाहते हैं।
इससे पहले भी प्रिगोजिन ने वीडियो साझा कर रूसी रक्षा मंत्रालय पर उनके सैनिकों को पर्याप्त हथियार और संसाधन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था।
ट्विटर पोस्ट
वागनर समूह ने रूसी सेना के हेलिकॉप्टर को गिराने का दावा किया है
BREAKING: Reports that another Russian helicopter has been downedpic.twitter.com/ZajMr8Lckh
— The Spectator Index (@spectatorindex) June 24, 2023