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अमेरिकी हमलों के बाद क्या कदम उठा सकता है ईरान? ये हैं संभावित विकल्प
अमेरिकी हमलों के बाद ईरान ने बदला लेने की बात कही है

अमेरिकी हमलों के बाद क्या कदम उठा सकता है ईरान? ये हैं संभावित विकल्प

लेखन आबिद खान
Jun 22, 2025
01:57 pm

क्या है खबर?

ईरान और इजरायल के बीच जंग में आधिकारिक तौर पर अमेरिका भी कूद गया है। अमेरिका ने आज सुबह ईरान में 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया है। ईरान ने कहा कि ये हमले उसकी संप्रभुता का स्पष्ट उल्लंघन है। उसने अमेरिका और इजरायल पर जवाबी कार्रवाई करने की बात भी कही है। अमेरिकी हमले के बाद ईरान ने इजरायल पर मिसाइलें भी दागी हैं। आइए जानते हैं इजरायल क्या कदम उठा सकता है।

अमेरिकी ठिकाने

अमेरिकी ठिकानों को निशाना बना सकता है ईरान

ईरान अपने ऊपर हुए हमले के जवाब में मध्य-पूर्व में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डों पर मिसाइल हमले कर सकता है। ईरानी सरकारी टेलीविजन ने कहा है कि क्षेत्र में हर अमेरिकी नागरिक या सैन्यकर्मी अब उसका निशाना है। बता दें कि इराक, कतर, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), जॉर्डन समेत पूरे मध्य-पूर्व में अमेरिका के सैन्य अड्डे हैं। ये ईरानी मिसाइलों समेत ड्रोन और रॉकेट की जद में भी आते हैं।

संगठन

अपने छद्म संगठनों को सक्रिय कर सकता है ईरान

ईरान लेबनान, इराक और सीरिया से इजरायल पर हमला करने के लिए हिज्बुल्लाह और शिया सशस्त्र समूहों को सक्रिय कर सकता है। लेबनान में हिज्बुल्लाह, यमन में हूती विद्रोही, इराक में शिया मिलिशिया और गाजा में हमास ईरान के 'प्रतिरोध की धुरी' के तौर पर जाने जाते हैं। अभी तक इन संगठनों ने ईरान के समर्थन में केवल बयानबाजी की है। हालांकि, बीते 2 साल में इजरायल ने इन संगठनों को काफी कमजोर कर दिया है।

होर्मुज

होर्मुज जलडमरूमध्य बंद कर सकता है ईरान

ईरान चेतावनी देता आ रहा है कि वो होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद कर सकता है। होर्मुज फारस की खाड़ी में प्रवेश करने का एकमात्र समुद्री मार्ग है। इसके एक तरफ ईरान तो दूसरी तरफ ओमान और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) हैं। अंतरराष्ट्रीय समुद्री व्यापार के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां से दुनिया का लगभग 20 प्रतिशत तेल जाता है। इसके बंद होने का असर पूरी दुनिया पर पड़ सकता है।

विशेषज्ञ

क्या कह रहे हैं जानकार?

सैन फ्रांसिस्को विश्वविद्यालय में मध्य-पूर्वी अध्ययन के निदेशक स्टीफन जुनेस ने अलजजीरा से कहा, "उनके पास कई विकल्प हैं। वे क्षेत्र में अमेरिकी सेना पर सीधे हमला कर सकते हैं। फारस की खाड़ी में तैनात अमेरिकी नौसेना बेड़े को निशाना बना सकते हैं। उनके पास इराक में छद्म समूह भी हैं, जो वहां अमेरिकी ठिकानों को निशाना बना सकते हैं। इसलिए ऐसे कई तरीके हैं, जिनसे अमेरिकी सेना असुरक्षित हो सकती है।"

ईरान

हमलों के बाद ईरान ने क्या कहा है?

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत आत्मरक्षा का अधिकार हमारे पास है। ईरान अपने लोगों, संप्रभुता और हितों की रक्षा के लिए हर विकल्प अपनाएगा। अमेरिका ने ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु ठिकानों पर हमला कर गंभीर अंतरराष्ट्रीय कानून, UN चार्टर और परमाणु अप्रसार संधि (NPT) का उल्लंघन किया है। आज जो हुआ वह बेहद खतरनाक, अवैध और आपराधिक है। इसका असर हमेशा के लिए रहेगा। हर देश को इस पर चिंता होनी चाहिए।"