
डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ वॉर उलटा पड़ा, अमेरिका में महंगाई बढ़ने के साथ नौकरियां भी घटीं
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग हर देश पर कुछ न कुछ टैरिफ लगा दिया है। उन्होंने इसके पीछे घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने को वजह बताया है। हालांकि, टैरिफ लगने से विदेशों से अमेरिका आने वाली वस्तुएं महंगी हो गई है। इसका असर अमेरिका में देखने को मिल रहा है। वहां चीजें महंगी हो रही है और रोजगार दर में भी कमी आई है। आइए जानते हैं ट्रंप के टैरिफ का अमेरिका में क्या असर हो रहा है।
महंगाई
लगातार बढ़ रही महंगाई
द गार्जियन के मुताबिक, अमेरिका में जुलाई महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) एक साल की तुलना में 2.7 प्रतिशत बढ़ गया है। हालांकि, ये कोरोनावायरस के दौरान लॉकडाउन के बाद से कम है, लेकिन हाल के सालों की तुलना में ज्यादा है। वहीं, मुद्रास्फीति पिछले महीने 3.1 प्रतिशत बढ़ गई है। खाने-पीने की चीजें, आवास और चिकित्सा सेवा सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इससे पता चलता है कि अमेरिकी परिवारों को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है।
वजह
क्या टैरिफ से बढ़ रही है महंगाई?
द गार्जियन के मुताबिक, बढ़ती महंगाई की सबसे बड़ी वजह राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा सभी देशों पर लगाया गया 10 प्रतिशत है। इसके अलावा स्टील और एल्यूमीनियम पर लगाए गए भारी-भरकम टैरिफ भी इसकी वजह है। ट्रंप ने 90 देशों पर 15 से 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इससे अमेरिका की औसत टैरिफ दर 18 प्रतिशत हो गई है, जो बीते करीब 100 सालों में सबसे ज्यादा है।
परिवार पर बोझ
अमेरिकी परिवार पर बढ़ा सालाना 2 लाख रुपये का बोझ
येल बजट लैब का अनुमान है कि टैरिफ के कारण 2025 में एक सामान्य अमेरिकी परिवार को लगभग 2 लाख रुपये का नुकसान होगा। यानी इतने पैसे अतिरिक्त खर्च करने होंगे। ये एक औसत अमेरिकी परिवार के लिए एक महीने के किराए या छोटे परिवार के लिए एक साल के राशन बिल के बराबर है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि टैरिफ कीमतें बढ़ाकर लोगों की घरेलू आय को कम कर रहे हैं।
नौकरी
रोजगार दर 3 महीने में 10 प्रतिशत घटी
अमेरिकी श्रम सांख्यिकी ब्यूरो (BLS) के अनुसार, मई और जून में अमेरिका में 2.91 लाख नई नौकरियां पैदा हुईं। हालांकि, बाद में इस आंकड़े को घटाकर केवल 33,000 कर दिया गया। अमेरिकी पत्रकार स्टीवन ग्रीनहाउस के मुताबिक, ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के बाद से 3 महीनों में नौकरियों की वृद्धि दर में 70 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। टैरिफ से उत्पन्न अनिश्चितता और उच्च लागत के कारण कंपनियां निवेश या विस्तार करने में हिचकिचा रही हैं।
विशेषज्ञ
विशेषज्ञ जता रहे मंदी की आशंका
विशेषज्ञ अमेरिका में मुद्रास्फीतिजनित मंदी की चेतावनी दे रहे हैं। इससे निपटना भी कठिन होता है, क्योंकि मुद्रास्फीति से लड़ने के सामान्य उपाय जैसे ब्याज दरें बढ़ाना विकास को और धीमा कर सकते हैं। BMO इकोनॉमिक्स ने द गार्जियन को बताया कि 'उच्च टैरिफ, बढ़ती मुद्रास्फीति और आर्थिक नीति और बढ़ती व्यापार अनिश्चितता के कारण आर्थिक गतिविधि और नौकरी की वृद्धि धीमी पड़ रही है।' BMO ने चेतावनी दी कि ये स्थितियां अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मंदी में धकेल सकती हैं।