भारत की 5 सबसे महंगी पेंटिंग, नीलामी में करोड़ों रुपये की कीमत में बिकी
भारतीय कला के इतिहास में कई महान चित्रकारों ने योगदान दिया है। चित्रकारों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स समय के साथ नीलामी में बेच दी जाती हैं और इनकी कीमत करोड़ों रुपये में लगती है। भारत में ऐसी कई पेंटिंग हैं, जिन्होंने कई रिकॉर्ड तोड़े हैं और इसकी वजह से वैश्विक स्तर पर भी भारतीय कला का नाम हुआ है। आइये आज ऐसी ही 5 सबसे महंगी भारतीय पेंटिंग्स की सूची जानते हैं।
द स्टोरी टेलर, अमृता शेरगिल
अमृता शेरगिल एक प्रसिद्ध भारतीय चित्रकार थीं और वह देश की सबसे मंहगी चित्रकार भी बन गईं हैं। दरअसल, 16 सितंबर को उनकी 1937 की पेंटिंग द स्टोरी टेलर 61.8 करोड़ रुपये में नीलाम हुई। यह किसी भारतीय कलाकार द्वारा हासिल की गई सबसे अधिक कीमत का विश्व रिकॉर्ड है। अमृता की इस पेंटिंग में कुछ महिलाएं अपने घर के बाहर गायों के साथ आराम फरमाती हुई नजर आ रही हैं।
गेस्टेशन, सैयद हैदर रजा
सैयद हैदर रजा का नाम भारत के सम्मानित चित्रकारों में शुमार हैं। उन्होंने भारत के साथ मजबूत संबंध बनाए रखते हुए 1950 से अपनी मृत्यु तक फ्रांस में रहकर काम किया। अमृता की पेंटिंग द स्टोरी टेलर से पहले रजा की पेंटिंग दुनियाभर में बिकने वाली सबसे महंगी भारतीय पेंटिंग थी। रजा द्वारा बनाई गई 'गेस्टेशन' शीर्षक की पेंटिंग की नीमाली 51.75 करोड़ रुपये में हुई थी।
वासुदेव एस गायतोंडे
भारत की सबसे महंगी पेंटिंग्स बनाने वालों की सूची में मशहूर भारतीय चित्रकार वासुदेव एस गायतोंडे का नाम भी शामिल है। वह अपनी बेहतरीन पेंटिंग से कई रिकॉर्ड बना चुके हैं। उनके कैनवस में रंगों को ऐसा मेल होता है, जो शांति की भावना पैदा करता है। उनकी सबसे महंगी पेंटिंग 1980 की बनी एक पेंटिंग है, जो बगैर किसी नाम के है। इस साल मार्च में सैफ्रोनार्ट नीलामी में उनकी यह पेंटिंग 47.5 करोड़ रुपये में बिकी थी।
1969 की गायतोंडे की पेंटिंग
चित्रकार गायतोंडे की एक और पेंटिंग ने सबसे महंगी पेंटिंग का रिकॉर्ड बनाया था। दरअसल, साल 1969 में बनाई गई उनकी एक बेनाम पेंटिंग मुंबई में पुंडोले की नीलामी में 42 करोड़ रुपये में नीलाम हो चुकी है। यह नीलामी 2022 में फरवरी में हुई थी। यह बिक्री उस समय वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक कीमत वाली आधुनिक भारतीय कला बन गई थी।
1961 की गायतोंडे की पेंटिंग
इस सूची में आखिरी पेंटिंग गायतोंडे द्वारा ही बनाई गई एक और पेंटिंग है। 1961 में बनाई गई बिना शीर्षक वाली गायतोंडे की नीले रंग की ऑयल पेंटिंग 2021 में 39.98 करोड़ रुपये में बिकी थी। यह नीलामी मुंबई में स्थित सैफरनार्ट स्प्रिंग लाइव ऑक्शन द्वारा की गई थी। गायतोंडे ने भारतीय कला के इतिहास में काफी योगदान दिया है। उन्होंने अपनी बेहतरीन पेंटिंग्स से कई रिकॉर्ड बनाए हैं।