पेरिस में होगी 'डायनासोर के कंकाल' की नीलामी, करोड़ों रुपये में बिकने की उम्मीद
अभी तक आपने दुर्लभ वस्तुएं और कपड़ों की नीलामी देखी और सुनी होंगी, जिसकी बोली लाखों-करोड़ों रुपये में लगती है। इसी कड़ी में अगले महीने पेरिस में एक और दुर्लभ नीलामी होने वाली है, लेकिन ये अन्य नीलामियों से अलग है और इसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। इस नीलामी में 'डायनासोर का कंकाल' नीलाम होने वाला है, जिसे बैरी के नाम से जाना जाता है। आइये इस नीलामी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कैसा है नीलामी में बिकने वाला कंकाल?
जानकारी के मुताबिक, अगले महीने नीलाम होने वाला डायनासोर का कंकाल कैम्पटोसॉरस प्रजाति का है। यह लगभग 15 करोड़ साल पहले जुरासिक काल के अंत का है। इतना पुराना होने के बावजूद यह अच्छी तरह से संरक्षित रखा हुआ है। इस डायनासोर का कंकाल 2.10 मीटर ऊंचा और 5 मीटर लंबा है। इसकी नीलामी पेरिस नीलामी घर होटल ड्रौट में होगी और इसके 10 करोड़ रुपये से भी ज्यादा में बिकने की उम्मीद है।
1990 के दशक में खोजा गया था यह कंकाल
इस कंकाल को पहली बार 1990 के दशक में अमेरिका के व्योमिंग में खोजा गया था। इसके बाद सबसे पहले 2000 में जीवाश्म विज्ञानी बैरी जेम्स ने इस डायनासोर को बहाल किया था, जिसकी वजह से इन्हीं के नाम पर डायनासोर का नाम भी पड़ गया। हालांकि, पिछले साल इतालवी प्रयोगशाला जोइक ने बैरी का अधिग्रहण कर लिया था। इसके बाद उन्होंने कंकाल पर आगे की बहाली का काम किया।
नीलामी घर के अधिकारी ने कंकाल के बारे में बताया रोचक बातें
नीलामी घर के अधिकारी अलेक्जेंड्रे गिकेलो ने डायनासोर के कंकाल के बारे में कई चीजें बताई हैं। उन्होंने कहा, "यह कंकाल अच्छी तरह से संरक्षित है, जो काफी दुर्लभ भी है। इसकी खोपड़ी 90 प्रतिशत पूरी वैसे की वैसे ही है और कंकाल का बाकी का हिस्सा करीब 80 प्रतिशत तक पूरा है। इसके अलावा डायनासोर के नमूने बहुत कम बिकते हैं, सालभर में बस 1-2 की ही बिक्री होती है, इसलिए यह काफी दिलचस्प होगा।"
नीलामी में 9 करोड़ रुपये में बिका था राजकुमारी डायना का स्वेटर
कुछ दिनों पहले, न्यूयॉर्क के नीलामी घर सोथबी ने ब्रिटेन की पूर्व राजकुमारी डायना का एक स्वेटर अपनी नीलामी में शामिल किया था। नीलामी में यह स्वेटर 9 करोड़ रुपये से भी अधिक कीमत में बिका है और इसे बिकने में महज 15 मिनट का समय लगा। सोथबी के अनुसार, यह राजकुमारी डायना के किसी परिधान के लिए नीलामी में चुकाई गई अब तक की सबसे ऊंची कीमत है।