इस बिमारी वाले लोगों के लिए 'जल ही जीवन' नहीं 'जल ही बीमारी' है, जानिए कैसे
ये तो सभी जानते हैं कि 'जल ही जीवन' है, जो सच भी है। पानी की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इंसान के शरीर का 60 फीसदी हिस्सा पानी होता है। जाहिर है जीवन के लिए पानी बहुत अहम है, लेकिन अगर हम ये कहें कि दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए पानी जीवन नहीं, बिमारी है तो आप विश्वास नहीं करेंगे, मगर यही सच्चाई है। आइए जानें कैसे।
पानी से होने वाली अजीबो-गरीब बीमारी
दरअसल, अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहने वाली 21 वर्षिय लड़की टेसा हैनसेन स्मिथ को पानी से एलर्जी है। टेसा एक एक्वाजेनिक अर्टिकेरिया नामक बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसे में जब भी टेसा पानी के संपर्क में आती हैं, तो उन्हें माइग्रेन होने लगता है और पानी के संपर्क में आने के कुछ मिनटों के भीतर बुखार तक आ जाता है। पानी के छूने से ही उनके शरीर पर दर्दनाक दाने पड़ जाते हैं।
पसीने और आंसुओं से भी हो सकती है परेशानी
यह एलर्जी पानी तक सीमित नहीं रहती, बल्कि इस बीमारी से पीड़ित इंसान को अपने ही पसीने, आंसू और थूक तक से परेशानी हो सकती है। एक अनुमान के मुताबिक दुनियाभर में कुछ ही लोग (लगभग 50) इस बीमारी से पीड़ित हैं। इतना ही नहीं, इस एलर्जी के दाग शरीर पर उभरने के 30-60 मिनट बाद ही गायब हो जाते हैं, लेकिन इसके बाद इंसान माइग्रेन और तेज बुखार आदि समस्याओं की चपेट में आ जाता है।
पानी के इस्तेमाल और सेवन से असहज महसूस करती हूं- टेसा
टेसा ने एलर्जी के बारे में बात करते हुए कहा कि वह महीने में दो बार ही नहाती हैं और पानी का एक घूंट पीने पर भी असहज महसूस करती हैं। टेसा ने बताया कि उन्हें मांसपेशियों में बहुत थकान महसूस होती है और उल्टी का एहसास होता है। साथ ही ज्यादा पानी वाले फलों और सब्जियों के सेवन के बाद वह बीमार हो जाती हैं। यहां तक कि पानी पीने से उनकी जीभ पर कट लग जाते हैं।
दस साल की उम्र में बीमारी का पता चला
टेसा को आठ साल की उम्र में इस बीमारी के लक्षण दिखने लगे थे। शुरू में टेसा के माता-पिता ने सोचा कि यह एलर्जी किसी साबुन या शैंपू की वजह से हो रही है। मगर बाद में पता चला कि इसकी वजह पानी है।
केवल टेसा ही नहीं है इस बीमारी से पीड़ित
केवल टेसा ही इस बीमारी से पीड़ित नहीं है, बल्कि ब्रिटेन की रैशेल वारविक भी इस अजीब बीमारी से जूझ रही हैं और उनको इस बीमारी के बारे में तब पता चला था, जब वो महज 12 साल की थी। इन दो पीड़ितो के अलावा हर्टफोर्डशायर के व्हीथमस्टेड में रहने वाली 19 साल की लिंडसे काउब्रे भी हैं, जो इस दुर्लभ बीमारी से जूझ रही हैं। दो साल पहले ही वह इस बीमारी से अवगत हुई थीं।