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चीन के इस अस्पताल में होता है काम के तनाव से जूझ रहे कर्मचारियों का इलाज
काम से परेशान कर्मचारियों के लिए खुला खास अस्पताल (प्रतीकात्मक तस्वीर: पिक्सेल)

चीन के इस अस्पताल में होता है काम के तनाव से जूझ रहे कर्मचारियों का इलाज

लेखन सयाली
Jul 20, 2025
01:39 pm

क्या है खबर?

काम का तनाव लोगों को इस कदर थका देता है कि वे मानसिक रूप से बीमार महसूस करने लगते हैं। इससे निपटने के लिए कोई यात्रा पर निकल जाता है तो कोई छुट्टी लेकर घर पर ही आराम करता है। हालांकि, चीन में थके-हारे कर्मचारियों के लिए एक खास सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यहां के एक अस्पताल में एक अनोखी सेवा उपलब्ध कराई जा रही है, जिसमें काम पर जाना न पसंद करने वाले कर्मचारियों का इलाज होता है।

मामला

इस अस्पताल में काम की चिंता को किया जाता है दूर

2 महीने पहले चीन के हेबेई प्रांत में स्थित एकीकृत पारंपरिक चीनी और पश्चिमी चिकित्सा के किनहुआंगदाओ अस्पताल ने यह सेवा शुरू की। इस अस्पताल को खोलने की प्रेरणा स्कूल जाना न पसंद करने वाले बच्चों के अस्पताल से मिली थी। इसे 'डिसलाइक गोइंग टू वर्क' नाम दिया गया है, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन चुका है। इस अस्पताल में वे लोग आते हैं, जो काम के चलते चिंता या अवसाद का शिकार हो गए होते हैं।

प्रेरणा

क्यों लिया गया यह अस्पताल खोलने का फैसला?

अस्पताल के नींद एवं मनोविज्ञान विभाग के निदेशक यू लिमिन इस चिकित्सालय के भी प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि पहले उन्होंने बच्चों के लिए अस्पताल खोला था, जहां वे अपने माता-पिता के साथ आया करते थे। हालांकि, अभिभावक लिमिन से पूछा करते थे कि क्या वयस्कों के लिए भी ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध है या नहीं। इसी से प्रेरित हो कर उन्होंने यह अस्पताल खोला और जल्द ही वहां मरीज भी आने लगे।

उद्देश्य

किस मकसद से खोला गया यह खास क्लीनिक?

लिमिन का उद्देश्य उन कर्मचारियों की मदद करना है, जो थकान या भावनात्मक अस्थिरता से जूझ रहे हैं। यहां उन लोगों का भी इलाज किया जाता है, जो अपने काम से संतुष्ट नहीं हैं या खुशी महसूस नहीं करते हैं। लिमिन ने अस्पताल का नाम अवसाद से जोड़कर इसलिए नहीं रखा, ताकि कर्मचारी बेझिझक परामर्श के लिए आ सकें। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि जो नाम हमने चुना है, उसके चलते मरीज बिना दबाव के परामर्श कक्ष में आएंगे।"

इलाज

कैसे किया जाता है कर्मचारियों का इलाज?

इस अस्पताल में आने वाले कर्मचारियों का निदान करने के लिए सबसे पहले उनका इंटरव्यू लिया जाता है। इसके बाद हाइपरथायरायडिज्म जैसी स्थितियों को पहचानने के लिए शारीरिक परीक्षण किए जाते हैं। जांच के बाद डॉक्टर हर रोगी के लिए उनकी जरूरतों के मुताबिक एक व्यक्तिगत उपचार तैयार करते हैं। वैसे तो यह अस्पताल इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है, लेकिन यहां आने वाले मरीजों की संख्या अभी कम है।

प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर लोग कर रहे इस सेवा की तारीफ

जैसे ही इस अस्पताल के खुलने की खबर सोशल मीडिया पर फैली, तुरंत लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। ज्यादातर लोग इस सेवा की सराहना कर रहे हैं। एक व्यक्ति ने लिखा, "जिसने भी इस अस्पताल को स्थापित करने का सोचा वह एक प्रतिभाशाली व्यक्ति है।" हालांकि, कुछ लोगों ने इस सेवा का मजाक भी बनाया। एक उपयोगकर्ता ने कहा, "क्या इस अस्पताल में जाने से कोई चमत्कार हो जाएगा और हम अपने काम से प्यार करने लगेंगे?"