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SCO शिखर सम्मेलन में राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को सुनाया, बोले- आतंकवाद के साथ शांति नहीं
SCO शिखर सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के सामने पाकिस्तान को सुनाया

SCO शिखर सम्मेलन में राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को सुनाया, बोले- आतंकवाद के साथ शांति नहीं

लेखन गजेंद्र
Jun 26, 2025
08:56 am

क्या है खबर?

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के किंगदाओ में आयोजित शंघाई सहयोग सगंठन (SCO) में रक्षा मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान को जमकर सुनाया। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया और कहा कि आतंकवाद के साथ शांति और समृद्धि कभी कायम नहीं रह सकती। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' को पाकिस्तान के खिलाफ अपना अधिकार बताते हुए अन्य सदस्य देशों से भी आतंकी कृत्यों के खिलाफ आवाज उठाने का आग्रह किया।

बैठक

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर क्या बोले राजनाथ सिंह?

रक्षा मंत्री ने कहा, "22 अप्रैल 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक नेपाली नागरिक सहित 26 निर्दोष नागरिकों की धर्म पूछकर नृशन्स हत्या की। पहलगाम हमले का पैटर्न लश्कर के भारत में आतंकवादी हमलों से मेल खाता है। आतंकवाद से बचाव और सीमा पार आतंकवादी हमलों को रोकने के अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए, भारत ने 7 मई को सीमा पार आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने के लिए 'ऑपरेशन सिंदूर' को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।"

हमला

क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या शांति, सुरक्षा और विश्वास की कमी

सिंह ने कहा, "हमारे क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां शांति, सुरक्षा और विश्वास की कमी से जुड़ी हैं। इन समस्याओं का मूल कारण कट्टरपंथ, उग्रवाद और आतंकवाद में वृद्धि है। शांति-समृद्धि आतंकवाद और सामूहिक विनाश के हथियारों (WMD) के प्रसार के साथ सह-अस्तित्व में नहीं रह सकती।" उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता है और हमें अपनी सामूहिक सुरक्षा और संरक्षा के लिए इन बुराइयों के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट होना चाहिए।

आतंकवाद

आतंकवाद को किया जा रहा प्रायोजित- सिंह

सिंह ने कहा, "यह जरूरी है कि जो लोग अपने संकीर्ण और स्वार्थी उद्देश्यों के लिए आतंकवाद को प्रायोजित, पोषित और उपयोग करते हैं, उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे। कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को नीति के साधन के रूप में इस्तेमाल करते हैं और आतंकवादियों को आश्रय देते हैं। ऐसे दोहरे मानदंडों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। SCO को ऐसे देशों की आलोचना करने में संकोच नहीं करना चाहिए।"