मोनाको: दुर्लभ रोलेक्स घड़ी 29 करोड़ रुपये से ज्यादा में हुई नीलाम, तोड़े सारे रिकॉर्ड
रोलेक्स घड़ी सामान्य घड़ियों की तुलना में काफी अलग होती है, जिसे बनाते समय स्टील, गोल्ड और प्लेटिनम जैसी धातुओं का इस्तेमाल होता है। अब खबर है कि हाल ही में एक दुर्लभ रोलेक्स घड़ी की नीलामी 35 लाख डॉलर यानी 29 करोड़ रुपये से ज्यादा में हुई है। इससे पहले नीलाम हुई रोलेक्स घड़ियों के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। यह घड़ी साल 1942 में बनाई गई एक बड़े आकार की स्प्लिट-सेकंड क्रोनोग्रफ है। आइए पूरी खबर जानते हैं।
कहां की गई नीलामी?
मूल रूप से पायलटों के लिए डिजाइन किए गए रोलेक्स के इस मॉडल की कुछ ही घड़ियां बनाई गई थीं, जिस कारण संग्राहकों के बीच इसकी मांग बढ़ी। इस दुर्लभ रोलेक्स घड़ी को मोनाको में स्थित मोनाको लीजेंड नीलामी घर द्वारा बीते शनिवार (20 अप्रैल) को नीलाम किया गया। पहले इस घड़ी के मालिक ऑरो मोंटानारी थे, जिन्हें जॉन गोल्डबर्गर के नाम से भी जाना जाता है। वह दुनिया के सबसे प्रभावशाली घड़ी संग्राहकों में से एक थे।
केवल 2 दुर्लभ रोलेक्स घड़ी की हुई नीलामी
ऑरो की यह घड़ी अब नीलामी में बेची गई 5वीं सबसे महंगी रोलेक्स है। नीलामी घर का पहले अनुमान था कि यह घड़ी 29 लाख डॉलर से 59 लाख डॉलर के बीच थी और कई बोलियों के बाद यह दुर्लभ घड़ी 35 लाख डॉलर में नीलाम हुई। नीलामी घर के मुताबिक, इस रोलेक्स मॉडल की महज 12 घड़ियां बनी थी, जिसमें से आज 9 मौजूद हैं और केवल 2 घड़ियों को नीलामी में रखा गया है।
इस घड़ी में है कई समय अंतरालों को मापने की क्षमता
यह रोलेक्स घड़ी एक विशेष स्टेनलेस स्टील से बनी है, जिसमें लेदर का पट्टा और स्प्लिट-सेकंड फंक्शन भी है। विमानन पायलटों के लिए बनाई गई इन घड़ियों को एक खास इटैलियन ऑटोमोटिव तकनीक से बनाया गया था। इस वजह से घड़ी में कई समय अंतरालों को मापने की क्षमता है। इसके अतिरिक्त इसमें वस्तुओं से दूरी का अनुमान लगाने के लिए एक टेलीमीटर स्केल भी शामिल है।
6 जून को विंस्टन चर्चिल की पेंटिंग होगी नीलाम
ग्राहम सदरलैंड नामक कलाकार की एक पेंटिंग को लंदन में स्थित सोथबी नीलामी घर द्वारा 6 जून को नीलाम किया जा रहा है, जिसमें ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल की तस्वीर है। सोथबी के अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि इसकी कीमत 5 लाख से 8 लाख डॉलर यानी 4 से 7 करोड़ रुपये से ज्यादा में बिक सकती है। ग्राहम ने यह चित्र 30 नवंबर, 1954 को बनाया था।