बेल्जियम: नशे में गाड़ी चलाने के आरोप में पकड़ा गया व्यक्ति, शरीर खुद "बनाता है शराब"
क्या है खबर?
दुनियाभर में शराब पीकर गाड़ी चलाने को लेकर कई तरह के कानून बने हुए हैं, लेकिन क्या हो अगर आपके शरीर में खुद ही शराब बनती हो?
ऐसा ही एक मामला यूरोप के बेल्जियम से सामने आया है। यहां एक व्यक्ति को शराब पीकर गाड़ी चलाने के संदेह में गिरफ्तार किया गया और मामला अदालत तक पहुंच गया, लेकिन जांच के बाद पता चला कि उसका शरीर अपने आप ही शराब बनाता है।
आइए पूरा मामला जानते हैं।
मामला
क्या है मामला?
यह मामला साल 2022 का है। तब पुलिस ने एक 40 वर्षीय व्यक्ति के वाहन को जब्त कर लिया था।
उसके खिलाफ शराब पीकर गाड़ी चलाने का मुकदमा दर्ज किया गया था क्योंकि जांच के दौरान पाया गया कि उसके शरीर में शराब की मात्रा का स्तर 0.91 था, जो कानूनी सीमा से दोगुना था।
अब अदालत ने हाल ही में इस मामले को लेकर अपना फैसला सुनाया।
सिंड्रोम
व्यक्ति 'ऑटो-ब्रूअरी सिंड्रोम' से है ग्रस्त
व्यक्ति की पहचान सामने नहीं आई है, लेकिन अदालत ने उसके खिलाफ शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले को खारिज कर दिया क्योंकि उसे पता चला कि वह एक दुर्लभ स्थिति से ग्रस्त है।
व्यक्ति को ऑटो-ब्रूअरी सिंड्रोम (ABS) है। इससे ग्रस्त व्यक्ति की आंत में खमीर अत्यधिक मात्रा में इथेनॉल का उत्पादन करता है, जो नशे में होने के समान लक्षण पैदा कर सकता है।
इससे ऐसा लगता है कि व्यक्ति ने शराब का सेवन किया हुआ है।
जानकारी
3 डॉक्टरों की रिपोर्ट के बाद व्यक्ति को अदालत ने किया बरी
व्यक्ति के वकील एंसे गेशक्वियर ने बीते सोमवार (22 अप्रैल) को मीडिया को बयान देते हुए बताया कि व्यक्ति ने 3 डॉक्टरों द्वारा जांच किए जाने के बाद उसने खुद के ABS से पीड़ित होने के सबूत दिए थे, जिसके कारण अदालत ने उन्हें बरी कर दिया।
उन्होंने यह भी बताया कि दुनियाभर में मौजूद ABS के मामलों की संख्या कम आंकी गई है और यह एक गंभीर स्थिति है।
अन्य मामले
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
ABS से पीड़ित इंसान को सिंड्रोम का पता नहीं चलता है।
इस सिंड्रोम का पहला मामला साल 2014 में उस समय सामने आया जब एक ट्रक ड्राइवर ने हाईवे पर 11,000 साल्मन फैला दी थी। पकड़े जाने पर उसने ABS होने की बात बताई थी।
इसके एक साल बाद ABS से ग्रस्त एक महिला को शराब पीकर गाड़ी चलाने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया था।