दुनिया के 5 सबसे अनोखे पेड़, जिनके बारे में शायद ही जानते होंगे आप
दुनिया में एक से बढ़कर एक अजीबोगरीब चीजें हैं, जिनके बारे में जानकर विश्वास कर पाना मुश्किल हो जाता है। कई चीजों से जुड़े रहस्यों का पता लगाने में तो वैज्ञानिक भी असफल हो चुके हैं। आपने अब तक कई रहस्यमयी किले, झरने, नदियों और जगहों के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम आपको दुनियाभर के अनोखे पेड़ों के बारे में बताने जा रहे हैं। इनमें से किसी की बनावट विचित्र है तो किसी का आकार अनूठा है।
वॉकिंग पाम पेड़
यह पेड़ अमूमन दक्षिण अमेरिका में देखने को मिलता है। इसका वैज्ञानिक नाम 'सोक्रेटिया एक्सोराइजा' है। इस पेड़ के बारे में कहा जाता है कि यह हर साल अपनी जगह से 20 मीटर तक आगे खिसकता है। इसके पैर नहीं हैं, बल्कि इसका कारण पेड़ की जड़ें हैं। इस पेड़ का एक ही तना होता है और इसकी नई जड़ें आते ही यह थोड़ा आगे की ओर खिसक जाता है। यहां जानिए वॉकिंग पाम पेड़ से जुड़ी जानकारी।
मेथुसेलह पेड़
दुनिया के सबसे पुराने पेड़ के नाम से जाने जाना वाला मेथुसेलह पेड़ अमेरिका के पूर्वी कैलिफोर्निया के सफेद पहाड़ों में पाया जाता है। इन पेड़ों की उम्र 5,000 साल तक होती है और इन्हें किसी भी नुकसान से बचाने के लिए वन अधिकारियों द्वारा इनका सटीक स्थान अज्ञात रखा गया है। अमेरिका की कठोर पर्यावरणीय परिस्थितियों को सहन करते हुए मेथुसेलह पेड़ वातावरण को अनुकूलित बनाए हुए हैं।
पोषमवुड पेड़
पोषमवुड पेड़ उत्तर और दक्षिण अमेरिका सहित अमेजन वर्षावन में पाए जाते हैं। पोषमवुड खतरनाक होने के साथ-साथ किसी को भी हैरान कर सकते हैं क्योंकि इन पर उगने वाले फलों में पकने के बाद एक बम की तरह विस्फोट हो जाता है। फल के फूटते के बाद इसके बीज लगभग 257 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा में फैल जाते हैं। अगर कोई इंसान इसकी चपेट में आ जाए तो वो गंभीर रूप से घायल हो सकता है।
ड्रैगन पेड़
ड्रैगन पेड़ की बनावट काफी अनोखी है। इस पेड़ का आकार किसी ड्रैगन की तरह नहीं है, बल्कि कुछ बारिश के छातों जैसा दिखता है। यह अनोखा पेड़ मुख्य रूप से कैनरी आईलैंड और मैक्सिको में पाया जाता है और यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि ये काफी धार्मिक महत्व रखता है। इन पेड़ की उम्र तकरीबन 650 से 1000 साल के बीच होती है।
सेर्बेरा ओडोलम पेड़
ये पेड़ एशिया के कई देशों सहित भारत में पाए जाते हैं। इन पेड़ के फल के कारण इसे 'सुसाइडल पेड़' के नाम से जाना जाता है क्योंकि ये बहुत ही जहरीला होते हैं। अगर कोई भी इंसान गलती से पेड़ के फल को खा ले तो इसके तुरंत बाद ही उल्टियां होने और हृदय गति बढ़ने जैसी समस्या हो जाती है, जिससे व्यक्ति की जान जाने का भी खतरा होता है।