अमेरिका: युवक ने हैक की सरकारी वेबसाइट, मात्र 250 रुपये में खरीदे 3 वाहन
क्या है खबर?
दुनियाभर में साइबर अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जहां पहले सिर्फ लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट हैक करने की खबरें आती थीं, वहीं अब हैकर्स सरकारी वेबसाइट्स को भी नहीं छोड़ रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला अमेरिका से सामने आया है। यहां ओक्लाहोमा राज्य में रहने वाला 41 वर्षीय युवक एक सरकारी नीलामी वेबसाइट में हेरफेर करने में कामयाब रहा।
यह घटना साल 2019 की है, लेकिन व्यक्ति को अब दोषी करार किया गया है।
मामला
व्यक्ति ने GSA की नीलामी वेबसाइट को किया हैक
NBC न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2019 में 25 फरवरी से 6 मार्च के बीच इवान जेम्स कोकर ने जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेशन (GSA) की नीलामी को अपना निशाना बनाया।
GSA ऑनलाइन नीलामी आयोजित करता है, जिसके माध्यम से वह अधिशेष या जब्त संपत्तियां बेचता है। इसमें वो उपकरण भी शामिल होते हैं, जिनकी सरकार को जरूरत नहीं होती है।
नीलामी अमेरिकी राज्य मिनेसोटा में स्थित सर्वर के माध्यम से ऑनलाइन वेबसाइट पर आयोजित की जाती है।
तरीका
इवान ने इस तरह से वेबसाइट को किया हैक
इवान ने GSA की नीलामी वेबसाइट पर वाहनों और आभूषणों के लिए कई बोलियां लगाईं और जब वह उनमें से एक को जीत गया तो उसे राशि का भुगतान करने के लिए pay.gov वेबसाइट का लिंक भेजा गया।
हालांकि, उसने तय राशि का भुगतान करने की बजाय वेबसाइट को हैक करके सूचीबद्ध चीजों के वास्तविक मूल्यों को बदलकर महज 1 डॉलर कर दिया और फिर कई चीजों को खरीद लिया।
नीलामी
लाखों के वाहनों को महज 3 डॉलर में खरीदा
इवान ने नीलामी में शामिल कुल 19 वस्तुओं पर बोली जीती, फिर धोखाधड़ी से प्रत्येक वस्तु के लिए केवल 1 डॉलर का भुगतान किया।
अपनी योजना के परिणामस्वरूप इवान ने 3 वाहनों को भी 3 डॉलर (लगभग 250 रुपये) में खरीदा।
इनमें एक 2010 फोर्ड एस्केप हाइब्रिड कार थी, जिसकी बोली 6.90 लाख रुपये रखी गई थी। दूसरा वाहन फोर्ड F550 पिकअप ट्रक (बोली 7.50 लाख रुपये) था।
तीसरी वाहन शेवरले C4500 बॉक्स ट्रक (बोली 18.82 लाख रुपये) था।
सजा
इवान को जल्द मिलेगी उसके अपराध की सजा
इवान को आज यानी 22 फरवरी को अमेरिकी जिला न्यायालय के जज माइकल जे डेविस ने सभी साबूतों के आधार पर साइबर धोखाधड़ी के मामले में दोषी ठहराया गया। हालांकि, सजा अगली सुनवाई में सुनाई जाएगी।
महानिरीक्षक के सामान्य सेवा प्रशासन कार्यालय और फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) द्वारा की गई जांच के बाद इवान को दोषी ठहराया गया है।