लगभग 30 साल से वेंटिलेटर के सहारे जीवित यह व्यक्ति, बनाया विश्व रिकॉर्ड
क्या है खबर?
ऐसा कहा जाता है कि वेंटिलेटर पर व्यक्ति ज्यादा दिनों तक जीवित नहीं रह पाता है, लेकिन जानुज स्वित्ज नामक व्यक्ति 30 साल से वेंटिलेटर के सहारे जीवन व्यतीत कर रहा है।
जानुस केवल 17 साल के थे, जब उन्होंने अपने सभी अंगों का इस्तेमाल और सांस लेने की क्षमता खो दी थी। इसके बाद उन्हें वेंटिलेटर को अपना साथी बनाना पड़ा।
उन्होंने वेंटिलेटर पर सबसे लंबे समय तक जीवित रहने का विश्व रिकॉर्ड बना दिया है।
मामला
जानुज को है सांस लेने में कठिनाई
गिनीज बुक के मुताबिक, व्हीलचेयर पर होने और सांस लेने में कठिनाई होने के बावजूद जानुज पूरी तरह से एक सामान्य व्यक्ति की तरह जीवन जीने की कोशिश करते हैं।
वह यात्रा करने से लेकर खेलने जैसी कई गतिविधियों में रुचि रखते हैं। इसके साथ ही वह गंभीर अवसाद का भी डटकर सामना कर रहे हैं।
जानुज को उम्मीद है कि उनकी कहानी ऐसी परिस्थितियों से जूझ रहे अन्य लोगों को प्रेरित कर सकती है।
दुर्घटना
एक सड़क दुर्घटना के कारण जानुज को आई विकलांगता
जानुज की विकलांगता एक सड़क दुर्घटना का परिणाम है।
साल 1993 में जानुज मोटरसाइकिल से जा रहे थे, तभी एक ट्रक ने तेजी से ब्रेक लगा दीं और वे उसके पिछले हिस्से से टकरा गए।
टकराने के बाद जानुज अपनी सीट से उड़ गए और उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई।
उन्होंने 6 साल तक कई अस्पतालों के चक्कर लगाए और फिर उन्हें निरंतर वेंटिलेटर का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई, ताकि इसकी मदद से वह चल-फिर सकते हैं।
जानकारी
काफी समय से अवसाद का भी सामना कर रहे जानुज
जानुज कई सालों तक गहरे अवसाद में चले गए और उन्होंने अपना इलाज बंद करवा दिया।
इसके बाद जानुज की कहानी मीडिया पर फैल गई, जिससे उन्हें धन संचयकों और परोपकारी दानदाताओं के माध्यम से सहायता मिलनी शुरू हो गई।
थोड़ा समय बिताने के बाद जानुज को एक निजी देखभालकर्ता, एक मुंह से संचालित कंप्यूटर माउस और पोर्टेबल वेंटिलेटर से सुसज्जित एक विशेष व्हीलचेयर प्रदान की गई।
रिकॉर्ड
विश्व रिकॉर्ड बनाकर बहुत खुश हैं जानुज
जानुज ने '12 ब्रीथ्य पर मिनट' नामक एक आत्मकथा भी लिखी है, जिसमें उन्होंने जीवन, स्वास्थ्य और मानव इच्छा के संघर्ष को वर्णित किया है।
अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के अलावा जानुज वर्तमान में अन्ना डायमना डिस्पाइट एवरीथिंग फाउंडेशन के लिए एक धन संचयक और इंटरनेट बाजार विश्लेषक के रूप में काम करते हैं।
अब वह अपने जीवन के संघर्ष के कारण बने विश्व रिकॉर्ड को पाकर काफी खुश हैं।