पेरिस पैरालंपिक 2024: हरविंदर सिंह ने रचा इतिहास, तीरंदाजी में स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय बने
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत का धमाकेदार प्रदर्शन जारी है। बुधवार को पुरुषों के तीरंदाजी व्यक्तिगत रिकर्व ओपन फाइनल में हरविंदर सिंह ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने एकतरफा मुकाबले में पोलैंड के तीरंदाज लुकास सिसजेक को 6-0 (28-24, 28-27 और 29-25) से हरा दिया। हरविंदर पैरालंपिक के इतिहास में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज हैं। इससे पहले उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में कांस्य पदक अपने नाम किया था। वह फाइनल में पहुंचने वाले भी पहले भारतीय हैं।
कौन हैं हरविंदर सिंह?
हरविंदर हरियाणा के रहने वाले हैं। वह किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वह सिर्फ 1.5 साल के थे जब उन्हें डेंगू हुआ था। इसके लिए उन्हें कई इंजेक्शन लगाए गए थे। इसी कारण उनके पैरों की गतिशीलता चली गई। इसके बावजूद उन्होंने खुद को कमजोर नहीं होने दिया। लगातार मिल रही चुनौतियों के बावजूद वह तीरंदाजी में आए। साल 2017 के पैरा तीरंदाजी विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने डेब्यू किया था। एशियाई पैरा खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था।
कमाल के खिलाड़ी हैं हरविंदर
हरविंदर तीरंदाजी के साथ अर्थशास्त्र में PhD भी कर रहे हैं। जून 2024 में इस खिलाड़ी ने पैरा तीरंदाजी विश्व रैंकिंग स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया था। वह विश्व तीरंदाजी ओशिनिया 2024 पैरा ग्रैंड प्रिक्स में भी कांस्य पदक जीत चुके हैं। टोक्यो पैरालंपिक में जब उन्होंने भारत को कांस्य पदक दिलाया था तो वह पैरालंपिक के इतिहास में तीरंदाजी में भारत का पहला पदक था। इससे पहले भारत तीरंदाजी में एक भी पदक नहीं जीत पाया था।
भारत 13वें स्थान पर पहुंचा
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के 24 पदक हो गए हैं। पैरालंपिक खेल के अंक-तालिका में टीम 13वें स्थान पर पहुंच गई है। भारत ने 1 पैरालंपिक खेलों में सबसे ज्यादा पदक जीतने का अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है। इससे पहले भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में कुल 19 पदक अपने नाम किए थे। चीन 135 पदकों के साथ पहले स्थान पर है। ग्रेट ब्रिटेन 74 पदकों के साथ दूसरे और अमेरिका 63 पदकों के साथ तीसरे नंबर पर है।