टोक्यो ओलंपिक: यूनिवर्सिटी कोटा के तहत भारतीय महिला तैराक माना पटेल ने किया क्वालीफाई
भारतीय महिला तैराक माना पटेल के टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने का रास्ता साफ हो गया है। स्विमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ने साफ किया है कि उन्हें यूनिवर्सिटी कोटा के तहत गेम्स में हिस्सा लेने का मौका मिला है। माना टोक्यो ओलंपिक में 100 मीटर बैकस्ट्रोक इवेंट में हिस्सा लेंगी और वह टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली तीसरी भारतीय तैराक बनी हैं। आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर।
कैसे काम करता है यूनिवर्सिटी कोटा?
यूनिवर्सिटी कोटा के तहत किसी देश के एक पुरुष और एक महिला तैराक को ओलंपिक में हिस्सा लेने का मौका मिलता है। हालांकि, उस देश के उस लिंग का कोई अन्य तैराक पहले से ओलंपिक के लिए क्वालीफाई न किया हो।
अप्रैल में उज्बेकिस्तान में जीता था स्वर्ण
इस साल माना ने उज्बेकिस्तान ओपन स्विमिंग चैंपियनशिप के रूप में अपने पहले इवेंट में हिस्सा लिया था। वहां उन्होंने 100 मीटर बैकस्ट्रोक में 1:04.47 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता था। हाल ही में उन्होंने सर्बिया और इटली में भी टोक्यो गेम्स के लिए खुद को तैयार करने के लक्ष्य से हिस्सा लिया था। बेलग्रेड इवेंट में उन्होंने 100 मीटर बैकस्ट्रोक में अपने नेशनल रिकॉर्ड को बेहतर किया था।
टोक्यो में 1:02 सेकेंड या उससे कम समय का है लक्ष्य- माना
माना ने कहा कि बेलग्रेड में 1:03 सेकेंड का समय निकालने के बाद वह टोक्यो में 1:02 सेकेंड या उससे कम का समय निकालने का लक्ष्य लेकर चल रही हैं। उन्होंने आगे कहा, "मैंने एक चीज निश्चित की थी कि मुझे हर मौके का भरपूर फायदा उठाना है। मैंने अपना शेड्यूल अच्छा बनाया था। मैं संभालकर चीजें खाती थीं। मैं किसी भी चीज को मौके पर नहीं छोड़ना चाहती थी।"
इन दो पुरुष तैराकों ने रचा है इतिहास
साजन प्रकाश हाल ही में 200 मीटर बटरफ्लाई में ओलंपिक A स्टैंडर्ड में क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय तैराक बने थे। इसके बाद श्रीहरि नटराज ने FINA द्वारा A स्टैंडर्ड क्वालिफिकेशन के समय को अप्रूव करने के बाद ओलंपिक में जगह हासिल की थी। 100 मीटर बैकस्ट्रोक में उन्हें अपना समय सुधारने के लिए टाइम ट्रॉयल का मौका दिया गया था और इसमें ही उन्होंने ओलंपिक का टिकट हासिल किया था।