सूरज की रोशनी शाम में अचानक क्यों पड़ने लगती है कम? जानिए इसके पीछे की वजह
दिन के समय सूरज की रोशनी कम अधिकतर बादलों के वजह से होती है, क्योंकि तब सूरज साफ नहीं दिखता है और उसका प्रकाश बादलों की वजह से पृथ्वी तक सही से नहीं पहुंच पाता है। हालांकि, आपने कई बार गौर किया होगा कि शाम के समय दिन पूरी तरह ढलने से थोड़ा पहले सूरज साफ तौर पर हमें पूरा नजर आता है, लेकिन फिर भी उसकी रोशनी काफी कम होती है। आइए जानते हैं ऐसा क्यों होता है।
सूर्य की स्थिति से कम होती रोशनी
शाम के समय जब सूर्य क्षितिज के निकट होता है, तब उसकी किरणें पृथ्वी की सतह पर कम कोण से आती हैं, जिससे उन्हें अधिक वायुमंडलीय परतों से गुजरना पड़ता है। वायुमंडल में मौजूद धूल, धुंध और जलवाष्प कण सूर्य की रोशनी को बिखेरते हैं, जिससे प्रकाश का अधिक बिखराव होता। इसके कारण नीले और हरे रंग की रोशनी अधिक फैलती है, जबकि लाल और नारंगी रंग की रोशनी अधिक सीधी होती है, जिससे शाम को रोशनी कमजोर दिखती है।
जलवायु और मौसम का प्रभाव
वायुमंडल में उपस्थित गैसें और कण सूर्य की रोशनी को अवशोषित करते हैं, जिससे शाम के समय प्रकाश की तीव्रता कम हो जाती है। सूर्य की किरणें लंबी यात्रा करती हैं, तो अधिक प्रकाश अवशोषित होता है। इसके अलावा, जैसे-जैसे सूरज अस्त होता है, सूर्य की रोशनी का स्तर धीरे-धीरे घटता है, जिससे वातावरण में अंधेरा होने लगता है। मौसम में बादल या धुंध भी प्रकाश के बिखराव को बढ़ाकर सूरज की रोशनी को और कमजोर बना देती हैं।