CEIR क्या है, खोए स्मार्टफोन को ट्रैक करने और ब्लॉक करने में ये कैसे करेगा मदद?
फोन खोना किसी के लिए भी एक बड़ा नुकसान है। इससे आर्थिक झटका तो लगता ही है, उसके साथ ही यूजर्स का डाटा भी फोन के साथ चला जाता है। अब यूजर्स इस सप्ताह के अंत तक अपने खोए या चोरी हुए फोन को ट्रैक कर पाएंगे। इसके लिए सरकार सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) नाम से एक नई पहल की शुरुआत कर रही है। इसके जरिए यूजर्स अपने स्मार्टफोन को ट्रैक कर पाएंगे और उसे ब्लॉक भी कर सकेंगे।
17 मई को लॉन्च किया जा सकता है नया सिस्टम
यह नया सिस्टम दूरसंचार विभाग (D0T) की देखरेख में काम करेगा और 17 मई को लॉन्च किया जा सकता है। ऐपल के आईफोन और अन्य डिवाइस का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए ऐपल ID के जरिए ट्रैकिंग का सिस्टम है। इस सिस्टम के जरिए ऐपल यूजर्स अपने डिवाइस या आईफोन को ट्रैक कर सकते हैं, लेकिन एंड्रॉयड यूजर्स के पास अभी तक कोई बेहतरीन ट्रैकिंग सिस्टम नहीं है। हालांकि, अब CEIR जरिए ऐसा करना संभव हो सकेगा।
IMEI नंबर से ट्रैक होगा मोबाइल
सरकार ने पिछले साल यह अनिवार्य कर दिया था कि भारत में मोबाइल बेचने से पहले इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी (IMEI) नंबर का खुलासा करना होगा। 15 अंकों का IMEI नंबर फोन को ट्रैक करने के लिए जरूरी होता है। इसी के जरिए मोबाइल नेटवर्क को अप्रूव्ड IMEI नंबर तक पहुंचने की अनुमति मिलती है। इससे नेटवर्क कंपनियों को ये मॉनिटर करना आसान होता है कि उनके नेटवर्क का इस्तेमाल किसी अवैध मोबाइल फोन पर तो नहीं हो रहा है।
क्लोन हैंडसेट को भी ब्लॉग कर देगा नया सिस्टम
CEIR सिस्टम टेलीकॉम ऑपरेटरों को डिवाइस के IMEI नंबर और संबंधित मोबाइल नंबर तक पहुंचने की अनुमति देता है। कुछ राज्यों में खोए हुए या चोरी हुए फोन को खोजने के लिए इसका इस्तेमाल पहले से ही हो रहा है। बता दें कि हैकर्स आमतौर पर चोरी हुए फोन को ट्रैक या ब्लॉक होने से बचाने के लिए उसका IMEI नंबर बदल देते हैं। CEIR सिस्टम क्लोन किए गए हैंडसेट को ब्लॉक कर देगा और उन्हें इस्तेमाल होने से रोकेगा।
ब्लॉकिंग रिक्वेस्ट सबमिट करने के 24 घंटे के भीतर ब्लॉक होगा फोन
यूजर्स फोन खो या चोरी हो जाने पर अपने फोन के IMEI नंबर की मदद से आधिकारिक CEIR वेबसाइट के जरिए वहां दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए ब्लॉक कर सकेंगे। एक बार ब्लॉकिंग रिक्वेट सबमिट करने के बाद फोन 24 घंटे के भीतर ब्लॉक हो जाएगा। आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, फोन के ब्लॉक होने के बाद इसे पूरे भारत में किसी भी नेटवर्क पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।
फोन मिलने पर असली यूजर्स कर सकेगा अनब्लॉक
CEIR वेबसाइट के मुताबिक, यदि कोई ब्लॉक किए गए मोबाइल फोन को इस्तेमाल करने का प्रयास करता है तो इससे उस फोन को ट्रैक करने का फीचर काम करना शुरू कर देगा। हालांकि, असली यूजर को जब फोन मिल जाएगा तो वह उसे इस पोर्टल के जरिए अनब्लॉक भी कर सकते हैं। सेंटर फॉर डिपार्टमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (CDoT) दिल्ली, कर्नाटक सहित कुछ अन्य दूरसंचार सर्किलों में CEIR सिस्टम का परीक्षण कर रहा है।