दक्षिण एशिया में 100 करोड़ लोग नहीं करते मोबाइल इंटरनेट का उपयोग- रिपोर्ट
क्या है खबर?
मोबाइल इंटरनेट की सुविधा का उपयोग हर साल लोगों के लिए पहले से अधिक सुलभ होता जा रहा है।
2022 के अंत तक दुनियाभर में मोबाइल ब्रॉडबैंड का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 460 करोड़ दर्ज हुई थी।
दुनियाभर में मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटरों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-लाभकारी संगठन GSMA की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की 57 प्रतिशत (लगभग 460 करोड़) आबादी वर्तमान में मोबाइल पर इंटरनेट का उपयोग कर रही है।
उपयोग
38 प्रतिशत लोग नहीं कर रहे हैं इंटरनेट का उपयोग
रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के लगभग 38 प्रतिशत लोग उन इलाकों में रह रहे हैं, जहां मोबाइल इंटरनेट तो उपलब्ध है, लेकिन वे इसका उपयोग नहीं करते हैं।
GSMA ने जिन देशों में सर्वे किया वहां लोगों ने कहा कि इंटरनेट का उपयोग ना करने का प्रमुख कारण साक्षरता और डिजिटल कौशल की कमी है।
इंटरनेट का उपयोग नहीं करने वाले इन लोगों में महिलाओं की संख्या अधिक है और ज्यादातर लोग ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं।
उपलब्धता
दक्षिण एशिया इतने लोगों के क्षेत्र में नहीं है इंटरनेट
रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण एशिया के करीब 8 करोड लोग ऐसे क्षेत्र में रहते हैं, जहां मोबाइल इंटरनेट की उपलब्धता नहीं है, वहीं मोबाइल इंटरनेट की उपलब्धता वाले क्षेत्र में रह रहे 100 करोड़ लोग ऐसे भी हैं, जो इंटरनेट का उपयोग ही नहीं कर रहे हैं।
कनेक्टिविटी इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 99 प्रतिशत आबादी मोबाइल इंटरनेट से जुड़ी हुई है।
बता दें, पृथ्वी पर मौजूद 90 प्रतिशत आबादी के पास आज 4G कनेक्टिविटी की पहुंच है।