
स्मार्टफोन बनाम डिजिटल कैमरे में कौन-सा बेहतर है?
क्या है खबर?
स्मार्टफोन से होने वाली फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी बीते कुछ सालों में काफी बदल गई है।
स्मार्टफोन के कैमरे की बेहतरीन क्वालिटी से डिजिटल कैमरों के भविष्य पर चिंता भी जाहिर की जाती रही है।
अब तो फोन के कैमरे से फिल्मों की शूटिंग भी हो रही है।
आइये जानते हैं कि ऐसे में अलग-अलग यूजर्स की जरूरत और बजट के हिसाब से उनके लिए स्मार्टफोन और डिजिटल कैमरे में कौन-सा बेहतर रहेगा।
साइज
डिजिटल कैमरे के मुकाबले छोटे होते हैं स्मार्टफोन कैमरे
स्मार्टफोन के कैमरे छोटे और हल्के होते हैं और उन्हें कभी भी और कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है। कई स्मार्टफोन के जरिए 200 मेगापिक्सल लेंस के साथ 8K क्वालिटी की वीडियो शूट की जा सकती है।
डिजिटल कैमरे की बात करें तो वो भारी होते हैं और उन्हें हर समय साथ लेकर चलना मुश्किल है। दूसरी तरफ 8K क्वालिटी की वीडियो रिकॉर्डिंग देने वाले डिजिटल कैमरों की कीमत भी ज्यादा होती है।
क्वालिटी
डिजिटल कैमरे में मिलते हैं बड़े साइज वाले सेंसर
एक कैमरे की बेहतरीन पिक्चर और वीडियो क्वालिटी के लिए उसके सेंसर का बहुत जरूरी रोल होता है।
स्मार्टफोन के कैमरे के सेंसर छोटे साइज के होते हैं वहीं डिजिटल या DSLR कैमरों में बड़े साइज वाले सेंसर मिल जाते हैं।
इसका मतलब यह है कि बिना किसी संदेह के स्मार्टफोन के कैमरे के मुकाबले डिजिटल कैमरे की फोटो बेहतर होगी। हालांकि, स्मार्टफोन के सेंसर में भी तेजी से सुधार हो रहा है।
पसंद
यूजर्स की फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी पसंद पर निर्भर तरता है कैमरे का सेलेक्शन
यूजर्स को किस तरह की फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी पसंद है, उस पर भी कैमरे का सेलेक्शन निर्भर करता है।
उदाहरण के लिए कोई यदि सिर्फ तस्वीरें खींचकर उन्हें इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया पर शेयर करना चाहता है तो यह काम स्मार्टफोन के कैमरे से भी किया जा सकता है।
यदि किसी को कम लाइट में फोटो खींचना हो, फोटो का बड़ा प्रिंट लेना हो तो फिर डिजिटल कैमरा ही बेहतर होगा।
सहूलियत
इस स्थिति में बढ़िया रहेगा स्मार्टफोन कैमरा
यदि आप बिना प्लानिंग के शूट करते हैं और दिन में कई बार कैमरे का इस्तेमाल करते हैं तो स्मार्टफोन आपके लिए बेहतर विकल्प होगा। इसे यूजर हमेशा अपने साथ रख सकते हैं।
स्मार्टफोन कैमरे का इस्तेमाल करते हैं तो आप अपने फोन का इस्तेमाल वीडियो देखने, वीडियो अपलोड करने और फोन पर बात करने के लिए भी कर सकते हैं।
दूसरी तरफ डिजिटल कैमरे को आप इनमें से किसी भी तरह से इस्तेमाल नहीं कर सकते।
कनेक्टिविटी
स्मार्टफोन और डिजिटल कैमरे की कनेक्टिविटी
अधिकतर डिजिटल कैमरों में वाई-फाई और ब्लूटूथ जैसे फीचर्स होते हैं, लेकिन इनकी कनेक्टिविटी और फीचर्स अभी बहुत अच्छे नहीं हैं।
यही काम जब आप स्मार्टफोन से करते हैं तो वहां आपको इंटरनेट की तेज स्पीड के साथ ही व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और यूट्यूब सहित कई विकल्प मिल जाते हैं।
स्मार्टफोन से यूजर्स फोटो-वीडियो को अपलोड करने से लेकर उसे शेयर करने और एडिट करने का काम आसानी से कर सकते हैं।
कीमत
सबसे जरूरी है कीमत
किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने के लिए उसकी कीमत सबसे जरूरी हिस्सा है।
स्मार्टफोन और डिजिटल कैमरा दोनों ही कई रेंज की कीमत में उपलब्ध हैं। कई मामलों में ये दोनों एक-दूसरे की तुलना में ज्यादा किफायती हैं।
बेहतरीन कैमरे वाला स्मार्टफोन एक लाख तक की कीमत में आता है, वहीं डिजिटल कैमरा 50,000 रुपये में भी मिल जाता है।
दूसरी तरफ जहां 15,000 रुपये में भी कैमरे वाला फोन मिल जाता है तो डिजिटल कैमरा महंगा पड़ता है।
चुनाव
बोझ लेकर नहीं चलने वालों के लिए स्मार्टफोन कैमरा
एक बात तो सच है कि डिजिटल कैमरा रखना थोड़ा कठिन काम है और स्मार्टफोन को चार्ज करने से लेकर उसे इस्तेमाल करना बहुत आसान है। हालांकि सभी की अपनी प्राथमिकता होती है।
कुछ लोग सस्ता स्मार्टफोन खरीद कर बचे पैसे को बढ़िया डिजिटल कैमरा खरीदने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन स्मार्टफोन उन लोगों के लिए अच्छा है, जो कैमरे के नाम पर एक्स्ट्रा बोझ लेकर नहीं चलना चाहते।