रोल्स रॉयस को स्पेस न्यूक्लियर रिएक्टर के लिए UK अंतरिक्ष एजेंसी से मिली फंडिंग
रोल्स रॉयस 10 फीट लंबे मिनी स्पेस न्यूक्लियर रिएक्टर का निर्माण कर रही है। कंपनी ने अपने अंतरिक्ष परमाणु ऊर्जा प्रौद्योगिकी के विकास के लिए राष्ट्रीय अंतरिक्ष नवाचार कार्यक्रम (NSIP) के तहत यूनाइटेड किंगडम (UK) अंतरिक्ष एजेंसी से धन प्राप्त किया है। UK अंतरिक्ष एजेंसी की तरफ से दी जाने वाली 62 लाख डॉलर (लगभग 52 करोड़ रुपये) की राशि रोल्स रॉयस को योजना के विकास और प्रदर्शन को आगे बढ़ाने में मदद करेगी।
क्यों खास है यह परियोजना?
रोल्स रॉयस ने कुछ समय पहले ही एक परमाणु अंतरिक्ष माइक्रो-रिएक्टर के वैचारिक मॉडल डिजाइन का अनावरण किया था, जो भविष्य में चंद्रमा पर बसे एक बस्ती के लिए बिजली की आपूर्ति कर सकता है। यह परियोजना अंतरिक्ष में विश्वसनीय बिजली आपूर्ति की मांग को पूरा करने के लिए चलाई जा रही है, इसलिए बहुत खास है। यह चंद्रमा और उससे आगे किसी लंबे जांच को सक्षम करने में मदद कर सकती है।
कितनी है परियोजना की लागत?
रोल्स रॉयस NSIP की कुल परियोजना लागत 117 करोड़ डॉलर (लगभग 98 करोड़ रुपये) होगी। यह छोटा रिएक्टर, जिसकी चौड़ाई 3.3 फीट (40 इंच) और लंबाई 10 फीट (120 इंच) बताई जाती है, अभी तक बिजली पैदा करने में सक्षम नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, अगर सब कुछ कंपनी की योजना के अनुसार होता है, तो रिएक्टर को अपनी पहली अंतरिक्ष उड़ान के लिए तैयार करने में अभी भी लगभग 6 साल लगेंगे।