बदलेगा गूगल मीट का डिजाइन, आएंगे डाटा सेवर जैसे नए फीचर्स
गूगल अपनी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेवा गूगल मीट के लिए कई फीचर्स पिछले एक साल में लेकर आई है। कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्लासेज जैसी जरूरतें बढ़ी हैं और सर्च इंजन कंपनी गूगल मीट का लेआउट पूरी तरह बदल सकती है। कंपनी ने यूजर्स की जरूरतें समझते हुए इस साल सितंबर महीने तक अपनी सेवाएं फ्री करने का फैसला किया है। नए अपडेट में इसका इंटरफेस रिफ्रेश करने के अलावा कई नए फीचर्स दिए जाएंगे।
फीड देखने के लिए मिलेगी ज्यादा जगह
गूगल मीट रीडिजाइन के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म को पॉलिश्ड और प्रोफेशनल लुक मिलेगा। नए गूगल मीट डिजाइन के बाद यूजर्स को कंटेंट और दूसरों की वीडियो फीड देखने के लिए ज्यादा जगह मिलेगी। नया डिजाइन यूजर्स के लिए अगले महीने रोलआउट होना शुरू हो जाएगा। गूगल यूजर्स को कई टाइल्स एकसाथ पिन करने का विकल्प भी देगी, जिससे मीट कॉल्स को यूजर्स जरूरत के हिसाब से कस्टमाइज कर सकें।
बदल पाएंगे वीडियो फीड का साइज
गूगल ने बताया है कि जल्द यूजर्स मीट पर बोलते वक्त अपनी वीडियो फीड को रीसाइज, रीपोजीशन या फिर हाइड भी कर पाएंगे। कंपनी को यूजर्स से मिली प्रतिक्रिया के मुताबिक, खुद बोलते वक्त जब यूजर्स मीट कॉल में अपनी फीड नहीं देखते हैं तो वे ज्यादा ध्यान दे पाते हैं और थकान महसूस नहीं करते। इसी तरह लो-लाइट बैकग्राउंड होने पर गूगल मीट अपने आप ब्राइटनेस एडजस्ट कर देगी। यह फीचर अगले कुछ सप्ताह में यूजर्स को मिलने लगेगा।
वीडियो कॉल्स में कम डाटा होगा खर्च
मोबाइल यूजर्स के लिए गूगल मीट को इसी महीने नया 'डाटा सेवर' विकल्प भी मिलने वाला है। इस फीचर के साथ मोबाइल नेटवर्क्स पर मीट कॉल्स करते वक्त यूजर्स का ज्यादा डाटा खर्च नहीं होगा। गूगल कहना है कि इस फीचर का फायदा भारत, इंडोनेशिया और ब्राजील जैसे देशों में मिलेगा, जहां डाटा प्लान्स लेने के लिए यूजर्स को ज्यादा पैसे चुकाने होते हैं। हालांकि, वेब क्लाइंट पर ऐसा फीचर यूजर्स को नहीं मिलेगा।
चुन सकते हैं मनपसंद बैकग्राउंड
गूगल मीट पर वीडियो कॉलिंग करते वक्त यूजर्स को तीन नए बैकग्राउंड्स में से चुनने का विकल्प दिया जा रहा है। यूजर्स चाहें तो क्लासरूम, पार्टी या फॉरेस्ट के प्रीसेट्स में से चुन सकते हैं। सर्च इंजन कंपनी का कहना है कि जल्द सेवा में और भी बैकग्राउंड्स शामिल किए जाएंगे। नए फीचर्स वेब क्लाइंट में यूजर्स को अपने आप मिल जाएंगे, वहीं ऐप के मोबाइल वर्जन को अपडेट करना होगा।