ऐपल ग्राहकों को देगी 4,000 करोड़ रुपये हर्जाना, जानें क्या था आईफोन 'बैटरीगेट' मामला
आईफोन 'बैटरीगेट' विवाद पर ऐपल का लंबे समय से चल रहा मुकदमा जल्द ही खत्म हो सकता है। इस मामले में कंपनी प्रभावित आईफोन ग्राहकों को 4,000 करोड़ रुपये देगी। इस मुकदमे के जरिए दावा दायर करने वाले प्रत्येक प्रभावित आईफोन यूजर्स को 65 डॉलर (लगभग 5,500 रुपये) प्राप्त होंगे। हर्जाने की यह रकम उन्हीं आईफोन ग्राहकों को मिलेगी, जिन्होंने आईफोन थ्रॉटलिंग मुकदमे के निपटान के तहत भुगतान प्राप्त करने के लिए साइन अप किया था।
प्राप्त हुए 30 लाख दावे
द मर्करी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, मुकदमे की सुनवाई करने वाले न्यायाधीश ने उन 2 आईफोन मालिकों की अपील को खारिज कर दिया जो इस समझौते पर आपत्ति जता रहे थे और अधिक हर्जाने की मांग कर रहे थे। इससे भुगतान का रास्ता साफ हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, आईफोन ग्राहकों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील रेडेनबर्गर ने कहा कि लगभग 30 लाख दावे प्राप्त हुए और प्रति दावा लगभग 5,500 रुपये मुआवजा बैठता है।
आईफोन के इन मॉडल में थी दिक्कत
जिन लोगों ने मुकदमा दायर नहीं किया था, वो अब मुकदमा भी नहीं कर सकते क्योंकि इसकी समय सीमा 6 अक्टूबर, 2020 तक थी। कोई भी व्यक्ति, जिसके पास आईफोन 6, आईफोन 6 प्लस, आईफोन 6s, आईफोन 6s प्लस, आईफोन 7, आईफोन 7 प्लस या आईफोन SE है, वो मुकदमा कर सकते थे। ऐपल पर इन फोन की बैटरियों में कमी के चलते पूरे फोन की परफॉर्मेंस धीमा करने को लेकर वर्ष 2017 में मुकदमा किया गया था।
इसे कहा गया आईफोन 'बैटरीगेट'
ऐपल के आईफोन 6, आईफोन 7 सीरीज के फोन के साथ आईफोन SE बैटरी के तेजी से डिस्चार्ज होने की समस्या थी। समस्या का ठीक तरीके से समाधान करने की जगह ऐपल ने ग्राहकों को बिना बताएं फोन की परफॉर्मेंस को घटा दिया था। इससे बैटरी डिस्चार्ज होने की समस्या सुधरी, लेकिन फोन की परफॉर्मेंस प्रभावित हुई। मुकदमे में ऐपल के इस कदम को "इतिहास की सबसे बड़ी उपभोक्ता धोखाधड़ी में एक" बताया गया। इसे ही आईफोन 'बैटरीगेट' कहा गया।
ऐपल को मांगनी पड़ी थी सार्वजनिक माफी
ऐपल की इस गलती से कई लोगों को नया फोन खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा था। कंपनी को अपनी इस गलती पर सार्वजनिक माफी मांगने के साथ ही कम कीमत में बैटरी बदलने का ऑफर देने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके साथ ही कंपनी को फोन की परफॉर्मेंस को कम करने से जुड़े फीचर को चालू करने या बंद रखने का विकल्प भी देना पड़ा। इसके बाद कंपनी ने बैटरी हेल्थ को लेकर नए फीचर भी दिए हैं।