नासा कल लॉन्च करेगी बोइंग स्टारलाइनर मिशन, जानें अंतरिक्ष यान की खासियत
नासा कल (7 मई) अपने स्टारलाइनर मिशन को लॉन्च करने वाली है। इस मिशन के तहत 2 अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी यूजीन बुच विल्मोर एक अंतरिक्ष यान में सवार होकर अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना होंगे। अंतरिक्ष यात्रियों को बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की मदद से भारतीय समयानुसार कल सुबह 08:34 बजे अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इस आधुनिक और बड़े अंतरिक्ष यान को विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने बनाया है।
अंतरिक्ष यान की क्या है खासियत?
स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान को एक समय में 7 यात्रियों या चालक दल और कार्गो को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है, लेकिन यह संभवतः केवल 4 के साथ नियमित रूप से उड़ान भरेगा। स्टारलाइनर 5 मीटर लंबा और 4.6 मीटर चौड़ा है। यह अपोलो मिशन में इस्तेमाल किए गए कैप्सूल से अधिक चौड़ा है। इसे पुन: उपयोग करने योग्य बनाया गया है और 10 बार तक उड़ान भर सकता है।
ऑर्बिट में कैसे पहुंचेगा अंतरिक्ष यान?
लॉन्च के बाद लगभग 31 मिनट में स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान अपने ऑर्बिट में पहुंचेगा और इस दौरान यह 9 चरणों से गुजरेगा। पृथ्वी पर लौटने से पहले इसे लगभग 10 दिनों के लिए ISS के साथ डॉक किया जाएगा। मिशन पूरा करने के बाद यह दक्षिण-पश्चिमी अमेरिका में कहीं जमीन पर उतरेगा। एयरबैग खुलने से पहले इसमें लगाए गए हीटशील्ड और पैराशूट उतरने की गति को धीमा कर देंगे, ताकि जमीन से टकराने के समय को कम किया जा सके।