सनस्पॉट में विस्फोट से निकला शक्तिशाली सोलर फ्लेयर, पृथ्वी पर आ सकता है यह खतरा
सूर्य की सतह पर इस समय कई सक्रिय सनस्पॉट मौजूद हैं। बीते दिन (9 फरवरी) सुबह 08:00 बजे के करीब एक ऐसे ही सनस्पॉट AR3576 में विस्फोट हुआ, जिससे X-श्रेणी का शक्तिशाली सोलर फ्लेयर निकला। इस विस्फोट से दुनिया के कई हिस्सों में लोगों को शॉर्टवेब रेडियो ब्लैकआउट का सामना भी करना पड़ा है। अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार, इस विस्फोट से अगले कुछ घंटे में कोरोनल मास इंजेक्शन (CME) क्लाउड भी उत्पन्न हो सकता है।
पृथ्वी पर आ सकता है सौर तूफान
सनस्पॉट AR3576 में विस्फोट से निकला सोलर फ्लेयर 2017 के बाद का सबसे शक्तिशाली सोलर फ्लेयर है। अंतरिक्ष विशेषज्ञों का अनुमान है कि इसके कारण पृथ्वी पर कभी भी G1-श्रेणी का सौर तूफान आ सकता है। सोलर फ्लेयर में विस्फोट पृथ्वी की सीधी लाइन में नहीं हुई। इस वजह से इससे पृथ्वी पर शक्तिशाली सौर तूफान के आने की आशंका नहीं है। सनस्पॉट AR3576 में इससे पहले M-श्रेणी का विस्फोट हुआ था।
सौर तूफान से क्या है खतरा?
सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है। G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है। अत्यधिक शक्तिशाली सौर तूफान पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके प्रभाव से सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंच सकता है और ये इंटरनेट या मोबाइल नेटवर्क सेवाओं को भी प्रभावित कर सकते हैं।