मोजिला ने व्हाट्सऐप से वैश्विक चुनावों से पहले गलत सूचनाओं से निपटने का किया आग्रह
भारत और अमेरिका सहित दुनिया के 64 लोकतांत्रिक देशों में इस साल चुनाव होने हैं। इस दौरान करीब 4 अरब लोग मतदान करेंगे, जो दुनिया की आधी आबादी के बराबर है। दुनिया की कई बड़ी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने इस चुनाव की अखंडता की रक्षा करने का वादा किया है। इस बीच मोजिला ने मेटा के इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप से वैश्विक चुनाव से पहले फेक न्यूज और अन्य गलत सूचनाओं से निपटने का आग्रह किया है।
मोजिला के शोधकर्ता हैं चिंतित
मेटा ने अभी तक आधिकारिक तौर पर अपनी उस योजना के बारे में नहीं बताया है कि वह इन चुनावों के दौरान किस प्रकार गलत सूचनाओं को नियंत्रित करेगी या उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। मोजिला के शोधकर्ता इसी बात को लेकर चिंतित हैं क्योंकि मेटा द्वारा किए गए लगभग 90 प्रतिशत सुरक्षा हस्तक्षेप फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ही केंद्रित हैं। इस मामले को लेकर मेटा की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
कितनी हुई चुनाव को लेकर घोषणाएं?
मोजिला के विश्लेषण में पाया गया कि फेसबुक ने 2016 से चुनावों से संबंधित 95 नीतिगत घोषणाएं की, जिस वर्ष सोशल नेटवर्क फर्जी खबरें फैलाने और चरम राजनीतिक भावनाओं को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए जांच के दायरे में आया था। इस बीच व्हाट्सऐप के लिए केवल 14 घोषणाएं ही की गई थी। अन्य कंपनियों की बात करें तो गूगल और यूट्यूब में क्रमशः 35 और 27 नीतिगत घोषणाएं 2016 से की हैं।