माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी पहली क्वांटम कंप्यूटिंग चिप 'मेजराना 1' की लॉन्च, क्या है इसकी खासियत?
क्या है खबर?
माइक्रोसॉफ्ट ने आज (20 फरवरी) अपनी पहली क्वांटम कंप्यूटिंग चिप 'मेजराना 1' लॉन्च की है।
यह नई तकनीक जटिल समस्याओं को हल करने में मदद कर सकती है, जिससे नई दवाओं की खोज और प्रदूषण नियंत्रण जैसे काम आसान हो सकते हैं।
पारंपरिक कंप्यूटर 1 और 0 का उपयोग करते हैं, जबकि क्वांटम कंप्यूटर क्यूबिट्स का उपयोग करके कई गणनाएं एक साथ कर सकते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि यह तकनीक कुछ वर्षों में बड़े बदलाव ला सकती है।
खासियत
क्यों खास है मेजराना 1?
मेजराना 1 चिप क्वांटम कंप्यूटरों को अधिक स्थिर और स्केलेबल बना सकती है। यह इंडियम आर्सेनाइड और एल्युमिनियम जैसे पदार्थों से बनी है और 8 टोपोलॉजिकल क्यूबिट्स का उपयोग करती है।
माइक्रोसॉफ्ट के वैज्ञानिकों के अनुसार, यह डिजाइन गूगल और IBM जैसी कंपनियों के क्वांटम कंप्यूटरों की तुलना में अधिक विश्वसनीय हो सकता है।
हालांकि, व्यावहारिक रूप से इस्तेमाल होने वाले क्वांटम कंप्यूटर बनाने के लिए अभी और शोध की जरूरत होगी।
प्रतिस्पर्धा
अमेरिका-चीन के बीच बढ़ी प्रतिस्पर्धा
क्वांटम कंप्यूटिंग में अमेरिका और चीन दोनों भारी निवेश कर रहे हैं।
यह तकनीक साइबर सुरक्षा को भी प्रभावित कर सकती है, क्योंकि क्वांटम कंप्यूटर मजबूत एन्क्रिप्शन को तोड़ सकते हैं।
अमेरिका ने इस तकनीक के निर्यात पर कई प्रतिबंध लगाए हैं और माइक्रोसॉफ्ट को रक्षा विभाग के एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में शामिल किया है।
चीन भी तेजी से इस क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, जिससे टेक्नोलॉजी पर वैश्विक प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है।
भविष्य
भविष्य में क्या बदलाव आएंगे?
माइक्रोसॉफ्ट का मानना है कि मेजराना 1 चिप से क्वांटम कंप्यूटर जलवायु परिवर्तन, नई सामग्रियों की खोज और जटिल गणनाओं को हल करने में मदद कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, यह समुद्र में मौजूद हानिकारक माइक्रोप्लास्टिक को तोड़ने या खुद को ठीक करने वाली सामग्रियों को विकसित करने में कारगर हो सकती है।
हालांकि, व्यावहारिक क्वांटम कंप्यूटर बनने में अभी समय लगेगा, लेकिन यह तकनीक वैज्ञानिक खोजों में क्रांति ला सकती है।