NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / GPS सैटेलाइट कैसे करते हैं काम?
    अगली खबर
    GPS सैटेलाइट कैसे करते हैं काम?
    मोबाइल, कार और कई ऐप्स में यह सुविधा मौजूद होती है (तस्वीर: पिक्साबे)

    GPS सैटेलाइट कैसे करते हैं काम?

    लेखन बिश्वजीत कुमार
    Jun 10, 2025
    09:16 am

    क्या है खबर?

    आज के समय में हम जब भी रास्ता ढूंढते हैं या किसी जगह को ऑनलाइन चेक करते हैं, तो ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) हमारी सबसे बड़ी मदद करता है।

    मोबाइल, कार और कई ऐप्स में यह सुविधा मौजूद होती है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि यह तकनीक वास्तव में काम कैसे करती है।

    GPS सैटेलाइट्स के नेटवर्क से जुड़ी एक तकनीक है, जो हमें हमारी सटीक लोकेशन बताती है।

    आइए जानते हैं यह कैसे काम करता है।

    काम

    ऊपर आसमान में होते हैं GPS सैटेलाइट 

    GPS सिस्टम में करीब 30 सैटेलाइट पृथ्वी के चारों ओर लगातार घूम रहे होते हैं। ये सैटेलाइट्स लगातार सिग्नल भेजते रहते हैं, जिसमें समय और उनकी स्थिति की जानकारी होती है।

    जब हम मोबाइल या किसी GPS डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं, तो वह इन सैटेलाइट्स से सिग्नल पकड़ता है और हमारी स्थिति का पता लगाता है।

    एक बार में 4 या उससे ज्यादा सैटेलाइट्स से सिग्नल मिलना जरूरी होता है।

    समय 

    समय और दूरी से तय होती है लोकेशन

    हर सैटेलाइट से GPS डिवाइस तक सिग्नल पहुंचने में थोड़ा-सा समय लगता है, लेकिन फिर भी यह प्रक्रिया बहुत तेज होती है।

    डिवाइस उसी समय को मापकर यह अंदाजा लगाता है कि वह सैटेलाइट से कितनी दूरी पर है। जब डिवाइस को कम-से-कम 4 सैटेलाइट्स से दूरी पता चल जाती है, तब वह तीनों दिशाओं से दूरी निकालकर बिल्कुल सटीक स्थान तय कर लेता है।

    इस प्रक्रिया को 'त्रिकोणमिति' का उपयोग करके पूरा किया जाता है।

    अन्य काम

    सिर्फ दिशा नहीं और भी कई काम

    GPS केवल लोकेशन बताने के लिए ही नहीं, बल्कि मौसम की जानकारी, सैन्य अभियानों, फ्लाइट ट्रैकिंग और ट्रैफिक कंट्रोल जैसी सेवाओं में भी काम आता है।

    मोबाइल ऐप्स जैसे गूगल मैप्स, कैब सर्विस, फूड डिलीवरी और यहां तक कि ट्रैकिंग डिवाइसेज भी इसी तकनीक पर आधारित हैं।

    यह खास तकनीक 24 घंटे सक्रिय रहती है और बिना इंटरनेट के भी लोकेशन ढूंढ सकती है, अगर सिग्नल सही मिल रहे हों।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    इंटरनेट
    गूगल मैप

    ताज़ा खबरें

    GPS सैटेलाइट कैसे करते हैं काम? इंटरनेट
    अपने लैपटॉप को अधिक गर्म होने से कैसे बचाएं? लैपटॉप
    अमेरिका के लॉस एंजिल्स में हिंसक प्रदर्शन के बीच सेना तैनात अमेरिका
    सूरज की तपिश से धधकने लगी धरती, इन राज्यों में लू का अलर्ट  गर्मी की लहर

    इंटरनेट

    पब्लिक वाई-फाई से हैक हो सकता है आपका डिवाइस, बचने के लिए अपनाएं ये तरीके  वाई-फाई
    त्वचा की देखभाल के लिए महिला चेहरे पर लगाती है ये चीज, लोग हुए हैरान ब्राजील
    स्मार्टफोन में इंटरनेट स्पीड नहीं मिल रही अच्छी? ऐसे करें ठीक स्मार्टफोन
    कॉल करते समय बंद हो जाता है फोन का इंटरनेट, तुरंत बदल दें यह सेटिंग  स्मार्टफोन

    गूगल मैप

    गूगल मैप्स की मदद से होगी फ्यूल और पैसों की बचत, आ रहा है नया फीचर इलेक्ट्रिक वाहन
    क्या है IMEI नंबर? जिसके जरिए ढूंढा जाता है खोया फोन मोबाइल ऐप्स
    गूगल स्ट्रीट व्यू फीचर अब भारत में, इन 10 शहरों में दिखेगा हर गली का नजारा गूगल अर्थ
    गूगल मैप्स का नया फीचर, कहीं पहुंचने या वहां से जाने पर परिवार को मिलेंगे अलर्ट्स गूगल अर्थ
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025