
कितना ठंडा है अंतरिक्ष और क्या है कम तापमान का कारण? जानिए यहां
क्या है खबर?
अंतरिक्ष में हमारे पृथ्वी जैसा वातावरण नहीं होता। वहां न तो हवा होती है और न ही तापमान को नियंत्रित रखने वाली परतें।
पृथ्वी पर सूरज की किरणें हमारे वातावरण से टकराकर गर्मी पैदा करती हैं, लेकिन अंतरिक्ष में ऐसा नहीं होता। यही वजह है कि वहां बहुत ज्यादा ठंड होती है।
आइए जानते हैं कि अंतरिक्ष में तापमान आखिर कितना कम होता है और तापमान कब और किन हालात में बदलता है।
तापमान
अंतरिक्ष में कितना ठंडा होता है तापमान?
अंतरिक्ष का औसत तापमान लगभग -270 डिग्री सेल्सियस (-454 डिग्री फारेनहाइट) होता है, जो शून्य से भी बहुत नीचे है। यह तापमान तब होता है जब कोई वस्तु सूरज की रोशनी से दूर हो।
अगर कोई वस्तु सूरज की किरणों में है, तो वह बहुत गर्म भी हो सकती है।
हालांकि, सूरज से दूर होते ही तापमान तेजी से गिरता है और यह लगभग -454 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच जाता है, जो इंसानों के लिए बेहद खतरनाक है।
वजह
अंतरिक्ष इतना ठंडा क्यों होता है?
अंतरिक्ष में हवा नहीं होती, इस वजह से वहां तापमान को संचारित करने का कोई माध्यम नहीं होता।
पृथ्वी पर हवा गर्मी को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाती है, लेकिन अंतरिक्ष में ऐसा नहीं होता। जब कोई वस्तु सूरज से सीधी रोशनी नहीं लेती, तो वह तेजी से ठंडी हो जाती है।
वहां की खाली जगह यानी 'वैक्यूम' की वजह से तापमान गिरता रहता है और वस्तुएं बहुत ठंडी हो जाती हैं।