AI टूल्स से बनी फर्जी और असली तस्वीरों में कैसे पता करें अंतर?
क्या है खबर?
टेक्नोलॉजी के फायदे तो होते हैं, लेकिन इसके सामाजिक और आर्थिक नुकसान भी कम नहीं हैं।
आज की तारीख में पूरी दुनिया में जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बोलबाला है। यह काफी ताकतवर टेक्नोलॉजी है। यह अभी अपने शुरुआती दौर में है, लेकिन इसके गलत इस्तेमाल के मामले भी सामने आने लगे।
इससे फर्जी तस्वीरें तैयार कर झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाई जाती हैं। ऐसे में AI से तैयार की गई फर्जी तस्वीरों की पहचान कर पाना बहुत जरूरी है।
गूगल
'अबाउट दिस इमेज' नाम का टूल लाएगी गूगल
गूगल तो पहले से भी फर्जी तस्वीरों के पहचान के लिए गूगल रिवर्स इमेज टूल दे रही थी।
अब तस्वीरें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स से बनाई जा रही हैं तो उनकी पहचान करने के लिए एडवांस टूल की भी जरूरत होगी। इसके लिए गूगल आने वाले महीनों में 'अबाउट दिस इमेज' नाम से एक टूल रोल आउट करेगी।
इस टूल से ये पता चलेगा कि इमेज को गूगल ने पहली बार कब इंडेक्स किया था।
टूल्स
AI टूल्स से बनाई जा रही हैं फर्जी तस्वीरें
टूल्स के अलावा मैनुअल तरीके से भी असली और AI द्वारा तैयार की गई तस्वीरों में अंतर का पता लगाया जा सकता है।
फर्जी तस्वीरों के जरिए ऐसी चीजें दिखाई जाती हैं जो वास्तव में घटित भी नहीं हुई होती हैं।
मिडजर्नी, DALL-E और डीपAI जैसे AI टूल्स के जरिए फर्जी AI तस्वीरें बनाई जाती हैं, लेकिन इनमें कई कमियां होती हैं जिनके जरिए असली और AI द्वारा बनाई गई तस्वीर में अंतर पता किया जा सकता है।
तस्वीर
इस तरह की फर्जी तस्वीरें बनाई गईं
कुछ समय पहले ही AI से बनाई गई फर्जी तस्वीर में दिखाया गया था कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अरेस्ट कर लिया गया है।
AI द्वारा बनाई गई फेक तस्वीर में टेस्ला के CEO एलन मस्क और जनरल मोटर्स की CEO मारे बारा को हाथ पकड़ कर चलते हुए दिखाया गया था। इसी तरह पोप फ्रांसिस की भी फर्जी तस्वीर बनाई गई थी और ये सोशल मीडिया में शेयर की जा रही थी।
जूम
जूम करके देखें तस्वीर
AI टूल्स द्वारा बनाई गई तस्वीरें पहली नजर में तो असली दिखती हैं, लेकिन जूम करके देखने पर AI द्वारा जनरेट की गई तस्वीरों में मौजूद कमियां पता चल जाती हैं।
AI से बनी तस्वीर में शरीर के अंगों में काफी अंतर देखने को मिलता है। किसी में हाथ छोटा-बड़ा होगा, किसी में दोनों हाथ छोटे होंगे। किसी तस्वीर में उंगली ज्यादा लंबी होगी तो किसी फोटो में सिर और पैर शरीर के बाकी हिस्सों से मेल खाता नहीं दिखेगा।
सोर्स
खोजें तस्वीर का सोर्स
यदि किसी तस्वीर को लेकर थोड़ी भी शंका है कि वह AI द्वारा बनाई गई है तो उस तस्वीर का सोर्स खोजने का प्रयास करें।
तस्वीर के नीचे उससे जुड़ी टिप्पणियों को पढ़ सकते हैं और पता कर सकते हैं कि तस्वीर को पहली बार कहां पोस्ट किया गया था और इसका संदर्भ क्या है।
रिवर्स इमेज सर्च के जरिए या फिर टिनआई या यांडेक्स जैसे टूल पर फोटो को अपलोड कर उसका सोर्स पता कर सकते हैं।
स्मूद
स्मूद दिखती हैं AI द्वारा तैयार की गई तस्वीरें
AI द्वारा बनाई गई तस्वीरों में चेहरे और कपड़े काफी ज्यादा स्मूद दिखते हैं। इसकी तस्वीरों में लोगों की त्वचा, बाल और दांत भी ज्यादा सपाट या चिकने दिखते हैं, लेकिन असली तस्वीर में ऐसा नहीं होता है। इससे भी AI टूल्स द्वारा बनाई गई तस्वीरों का पता लगाया जा सकता है।
AI टूल्स अधिकतर आदर्श तस्वीर बनाने का प्रयास करते हैं और इसी वजह से ये बनावटी दिखती हैं।
कंपनियां
एडवांस होते जा रहे हैं AI टूल्स
AI से जुड़े कुछ जानकारों का मानना है कि मिडजर्नी जैसे टूल तस्वीरें बनाने में बेहतर होते जा रहे हैं। ऐसे में फिजिकल तौर पर पकड़ में आने वाली कमियों के आधार पर AI तस्वीरों का पता लगाना लंबे समय के लिए उपयोगी नहीं होगा।
आने वाले समय में AI तस्वीरों का पता लगाने के लिए उसी क्षमता वाले टूल्स की जरूरत भी होगी। कुछ कंपनियां ऐसे टूल विकसित करने पर काम कर भी रही हैं।