NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / डॉक्टरों ने पहली बार जीन एडिटिंग कर बच्चे का किया सफल इलाज
    अगली खबर
    डॉक्टरों ने पहली बार जीन एडिटिंग कर बच्चे का किया सफल इलाज
    पहली बार जीन एडिटिंग कर बच्चे का हुआ सफल इलाज (तस्वीर: पिक्साबे)

    डॉक्टरों ने पहली बार जीन एडिटिंग कर बच्चे का किया सफल इलाज

    लेखन बिश्वजीत कुमार
    May 16, 2025
    09:36 am

    क्या है खबर?

    डॉक्टर ने पहली बार व्यक्तिगत जीन में एडिटिंग यानी बदलाव करके एक बच्चे का सफलतापूर्वक इलाज किया है।

    बच्चा एक दुर्लभ और जानलेवा बीमारी के साथ पैदा हुआ था, जिसे 'CPS1 की कमी' कहा जाता है।

    यह इलाज अमेरिका के पेनसिलवेनिया राज्य में स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिलवेनिया और फिलाडेल्फिया चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में किया गया।

    इलाज के बाद अब बच्चा 9.5 महीने का है और तेजी से ठीक हो रहा है। डॉक्टरों ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया है।

    प्रक्रिया 

    इलाज का तरीका और प्रक्रिया 

    बच्चे को CRISPR तकनीक से बनी विशेष थेरेपी दी गई, जो अनुवांशिक दोष को ठीक करने के लिए तैयार की गई थी।

    पहले उसका खून साफ करने की प्रक्रिया की गई, फिर नाइट्रोजन को रोकने वाली दवा और प्रोटीन रहित डाइट दी गई।

    जब बच्चा 6 महीने का हुआ, तब उसे पहली CRISPR खुराक दी गई। मार्च और अप्रैल में 2 और खुराक दी गईं। तीनों खुराकों से उसे कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं हुआ और बच्चा तेजी से सुधरा।

    बीमारी

    क्या थी बीमारी और कैसे हुई पहचान? 

    बच्चा CPS1 की कमी से पीड़ित था, जो 13 लाख में किसी एक को होती है।

    इसमें एक खास जीन काम करना बंद कर देता है, जिससे शरीर में जहरीला अमोनिया बनता है। जन्म के 48 घंटे के अंदर ही बच्चे में लक्षण दिखने लगे थे, जैसे उल्टी, बेहोशी और सांस लेने में परेशानी।

    आनुवंशिक जांच में पता चला कि बच्चे को यह बीमारी माता-पिता से दोनों से मिली थी और उसका जीन पूरी तरह काम नहीं कर रहा था।

    उम्मीदें?

    आगे क्या होगा और डॉक्टरों की उम्मीदें?

    इलाज के बाद बच्चा अब खुद बैठने लगा है और ज्यादा प्रोटीन खा पा रहा है।

    डॉक्टरों के अनुसार, यह ऐतिहासिक कामयाबी है, लेकिन अब भी बच्चे की जिंदगीभर निगरानी की जाएगी ताकि किसी भी समस्या को समय पर पकड़ा जा सके।

    विशेषज्ञों ने कहा कि यह शुरुआत है और भविष्य में ऐसे और मरीजों का इलाज संभव हो सकेगा। डॉक्टरों की टीम चाहती है कि दूसरे बच्चों को भी ऐसा ही फायदा मिले जैसा इस बच्चे को मिला है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    अमेरिका

    ताज़ा खबरें

    डॉक्टरों ने पहली बार जीन एडिटिंग कर बच्चे का किया सफल इलाज अमेरिका
    'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद रक्षा बजट में हो सकती है 50,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी ऑपरेशन सिंदूर
    कान्स 2025: नितांशी गोयल ने रेड कार्पेट पर लूटी महफिल, इन अभिनेत्रियों को किया याद  कान्स फिल्म फेस्टिवल
    एस जयशंकर ने पहली बार तालिबान के विदेश मंत्री से बात की एस जयशंकर

    अमेरिका

    ट्रंप सरकार ने वाहन उद्योग को दी टैरिफ राहत, इन चीजों पर नहीं देने होंगे शुल्क डोनाल्ड ट्रंप
    ट्रंप के टैरिफ का भारत पर सकारात्मक असर, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक्स के उत्पादन में उछाल डोनाल्ड ट्रंप
    एलन मस्क अब व्हाइट हाउस के DOGE में सक्रिय रूप से नहीं कर रहे काम  एलन मस्क
    अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एस जयशंकर और शहबाज शरीफ से बात की एस जयशंकर
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025