चाइनीज हैकर्स ने दर्जनों भारतीय संगठनों को बनाया निशाना, की थी मुंबई की बिजली गुल- रिपोर्ट
क्या है खबर?
चीनी सरकार से जुड़े हैकिंग ग्रुप्स ने करीब एक दर्जन भारतीय ऑर्गनाइजेशंस को निशाना बनाया। इन भारतीय संगठनों के कंप्यूटर नेटवर्क्स को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हैकर्स की ओर से की गई।
एक स्टडी के में सामने आया है कि साल 2020 की दूसरी छमाही से ही इन नेटवर्क्स को प्रभावित करने के लिए मालवेयर अटैक की कोशिश की जा रही है।
अक्टूबर, 2020 में मुंबई में हुए बड़े पावरकट को भी इस अटैक से जोड़ा जा रहा है।
अटैक
हैकर्स के निशाने पर ये संगठन
चीन के हैकर्स की ओर से टारगेट किए गए संगठनों में भारत की सबसे बड़ी पावर कंपनी NTPC लिमिटेड और पांच बड़े की-रीजनल लोड डिस्पैच सेंटर्स शामिल हैं।
ये डिस्पैच सेंटर्स नेशनल पावर ग्रिड को मैनेज करने में के लिए इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई, डिमांड का संतुलन बनाते हैं।
NYT के अनुसार, यह जानकारी साइबर कैंपेन्स से जुड़े इंटरनेट के इस्तेमाल को ट्रैक करने वाली अमेरिका की कंपनी रिकॉर्डेड फ्यूचर की स्टडी में सामने आई है।
मामला
जब अचानक रुक गई थी मुंबई की रफ्तार
पिछले साल 12 अक्टूबर को अचानक मुंबई में बड़ा पावरकट देखने को मिला था।
कई घंटों तक स्टॉक एक्सचेंज से लेकर शहर के अस्पतालों तक का काम ठप पड़ गया था।
अचानक हुए पावरकट ने ट्रेनें तक रोक दी थीं और इसकी वजह पावर यूनिट्स पर हैकर्स का अटैक हो सकता है।
हैकर्स की कोशिश भारतीय पावर सेक्टर के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने और नेटवर्क को प्रभावित करने की थी।
खतरा
मूलभूत ढांचे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश
हैकर्स ने जिन 12 संगठनों को निशाना बनाया, NCIIPC की ओर से उन्हें नाजुक मूलभूत ढांचों शामिल किया गया है।
स्टडी में कहा गया है कि हैकर्स ने अटैक की कोशिश मई, 2020 में भारत और चीन सीमा पर सेनाओं के बीच देखने को मिले टकराव के बाद से शुरू की थी।
सामने आया है कि चीन की सरकार प्रायोजित हैकिंग ग्रुप्स एक खास तरह का सॉफ्टवेयर भारत के पावर सेक्टर को नुकसान पहुंचाने के लिए कर रहे थे।
कनेक्शन
चीन की सेना और सरकार से वास्ता
रिपोर्ट में कहा गया है कि इन हैकिंग ग्रुप्स को ऐसा करने के लिए निर्देश दिए गए थे।
इनमें से कुछ के लिंक चीन की मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी (MSS), चीन की प्रमुख इंटेलिजेंस और सिक्योरिटी एजेंसियों और पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के साथ हैं।
हैकिंग की कोशिश सिर्फ पावर सेक्टर तक ही सीमित नहीं थी बल्कि भारत सरकार और सेना से जुड़े संगठनों को भी हैकर नुकसान पहुंचाना चाहते थे।
मालवेयर
प्लग-X मालवेयर का किया इस्तेमाल
रिपोर्ट में बताया गया है कि मई, 2020 के बाद प्लग-X मालवेयर C2 के ढांचे और इस्तेमाल में बढ़त देखने को मिली।
इनमें से ज्यादातर को भारतीय संगठनों की ओर टारगेट किया गया था।
प्लग-X ऐक्टिविटी में भारत की सरकार, पब्लिक सेक्टर और सुरक्षा से जुड़े संगठनों को निशाना बनाना शामिल था।
हालांकि, इन अटैक्स में हैकर्स कितने सफल रहे, या भारतीय संगठनों को कितना नुकसान पहुंचा, इस बारे में स्टडी में कुछ नहीं कहा गया है।