चंद्रमा की राह पर भारत के लिए मंगलवार अहम, चांद की कक्षा में प्रवेश करेगा चंद्रयान-2
चांद के सफर पर निकले चंद्रयान-2 के लिए मंगलवार का दिन बेहद अहम रहने वाला है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) मंगलवार को चंद्रयान-2 का लिक्विड इंजन स्टार्ट करेगा। इसके बाद यह स्पेसक्राफ्ट चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर जाएगा। सोमवार को ISRO के चेयरमैन के सिवन ने बताया कि मंगलवार का दिन महत्वपूर्ण रहने वाला है। यह सुबह 8:30 से लेकर 9:30 के बीच होगा। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
7 सितंबर को चांद की सतह पर उतरेगा लैंडर
इंजन शुरू होने के बाद स्पेसक्राफ्ट चांद की अंतिम कक्षा में पहुंचने से पहले चार चक्र लगाएगा। इसके बाद स्पेसक्राफ्ट चांद की सतह से 100 किलोमीटर दूर इसकी कक्षा में चक्कर लगाना शुरू कर देगा। 2 सितंबर को ऑर्बिटर से विक्रम लैंडर अलग हो जाएगा। 7 सितंबर को इसे चांद की सतह पर उतारने के लिए इसकी स्पीड को कम किया जाएगा। स्पेसक्राफ्ट 14 अगस्त को चांद की ट्रांसफर ट्रैजेक्टरी में दाखिल हुआ था।
चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला चौथा देश बन सकता है भारत
चंद्रयान-2 चांद की सतह पर उतरने की पहली कोशिश है। अभी तक अमेरिका, रूस और चीन ही ऐसा कर पाए हैं। अगर भारत ऐसा करने में कामयाब रहता है तो वह ऐसा करने वाला मात्र चौथा देश होगा।
22 जुलाई को लॉन्च हुआ था चंद्रयान-2
ISRO ने 22 जुलाई को चंद्रयान-2 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। इससे पहले चंद्रयान-2 को 15 जुलाई को लॉन्च होना था, लेकिन तकनीमी खामी के कारण इसकी लॉन्चिंग को रोक लिया गया था। दरअसल, रॉकेट इसके ऊपरी हिस्से में लगे क्रायोजेनिक इंजन में कुछ खामी आ गई थी, जिसे बाद में दूर किया गया। ISRO प्रमुख सिवन ने इसे चंद्रमा की तरफ भारत के ऐतिहासिक सफर की शुरुआत बताया था।
क्या है चंद्रयान-2 का मिशन?
चंद्रयान-2 मॉड्यूल में एक ऑर्बिटर, लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान शामिल हैं। ये सितंबर में चंद्रमा के दक्षिणी इलाके में उतरेगा। इस इलाके को बेहद मुश्किल माना जाता है और अभी तक कोई भी देश इस इलाके में नहीं गया है। यहां रोवर चांद की सतह पर मैग्निशियम, कैल्शियम जैसे खनिज तत्वों को खोजने, पानी की मौजूदगी को तलाशने और चांद की बाहरी परत की जांच की कोशिश करेगा। इसका काम चंद्रयान-1 के शानदार काम को और आगे बढ़ाना है।
चंद्रयान-2 ने 3 अगस्त को खीचीं तस्वीरें
ISRO ने रविवार लगभग 12 बजे चंद्रयान-2 से ली गई पृथ्वी की तस्वीरें ट्वीट कीं। विभिन्न कोणों से ली गई इन तस्वीरों में पृथ्वी के विभिन्न हिस्सों को देखा जा सकता है। चंद्रयान-2 ने ये तस्वीरें एक दिन पहले 3 अगस्त को ली थीं। ट्विटर पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ के बीच कई यूजर्स पृथ्वी की खूबसूरती पर विस्मित हुए बिना नहीं रह पाए। एक यूजर ने इसे ISRO की तरफ से 1.3 अरब लोगों को सबसे बेहतर तोहफा बताया।