ऐपल चाहती है हैक किए जाएं उसके आईफोन, जानिए क्या है वजह
ऐपल की पहचान अपने आईफोन्स, आईपैड और मैक डिवाइसेज को हैकर्स से सुरक्षित रखने की वजह से है, लेकिन ऐपल चाहती है कि उसके आईफोन हैक किए जाएं। कैलिफोर्निया की प्रीमियम टेक कंपनी सिक्योरिटी रिसर्चर्स को हैक करने के लिए आईफोन्स दे रही है। जुलाई, 2020 में कंपनी ने स्पेशल आईफोन्स बनाने की जानकारी दी थी, जिन्हें आम लोग नहीं खरीद पाएंगे। हैकर-फ्रेंडली स्पेशल आईफोन्स रिसर्चर्स को भेजने की शुरुआत कंपनी ने इस सप्ताह कर दी है।
इन आईफोन्स में आसान होगी हैकिंग
आप जो ऐपल आईफोन्स खरीदते हैं, उनमें iOS का लॉक्ड-डाउन वर्जन इंस्टॉल रहता है। यानी कि इनमें कोई मालवेयर वाला सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना आसान नहीं होता। वहीं, हैकर-फ्रेंडली आईफोन इस तरह तैयार किए गए हैं कि उनमें iOS का लॉक्ड-डाउन वर्जन इंस्टॉल नहीं है और इन्हें हैक किया जा सकता है। ये आईफोन्स केवल रिसर्चर्स को दिए जा रहे हैं, जिससे वे iOS में मौजूद कमियों का पता लगा सकें और उनकी जानकारी कंपनी को दें।
इसी सप्ताह भेजा गया पहला बैच
Macrumors की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐपल ने रिसर्चर्स को हैकिंग-फ्रेंडली आईफोन्स का पहला बैच भेजने का नोटिफिकेशन इसी सप्ताह भेजा है। ऐसे हैकिंग-फ्रेंडली आईफोन्स रिसर्चर्स को 12 महीने के लिए दिए गए हैं, लेकिन कंपनी जरूरत पड़ने पर यह टाइम बढ़ा सकती है। आम यूजर्स इन आईफोन्स को नहीं खरीद सकते क्योंकि ये स्टैंडर्ड डिवाइस के मुकाबले आसानी से हैक किए जा सकते हैं और ऐपल ने इनके लिमिटेड यूनिट्स तैयार किए हैं।
ऐपल को चाहिए फीडबैक
स्पेशल हैकिंग-फ्रेंडली आईफोन्स सिक्योरिटी रिसर्चर्स को भेजने के साथ ही कंपनी ने उनसे मौजूदा खामियों का पता लगाने के लिए कहा है। ऐपल चाहती है कि इन आईफोन्स को हैक किया जाएं, जिससे बाकी यूजर्स के डिवाइसेज में मौजूद कमियां और बग्स भी सामने आएं। रिसर्चर्स से मिलने वाली प्रतिक्रिया और रिपोर्ट्स के बाद कंपनी खामियों और मौजूदा बग्स को ठीक कर देगी, जिसका फायदा सभी आईफोन यूजर्स को मिलेगा।
मिलेंगे करोड़ों रुपये के इनाम
सबसे पहले सुरक्षा से जुड़ी खामी का पता लगाने वाले रिसर्चर को कंपनी इनाम भी देगी। ऐपल बग बाउंटी प्रोग्राम में जितने सीरियस बग का पता रिसर्चर्स लगाएंगे, उन्हें उतना बड़ा इनाम दिया जाएगा। ऐपल बग बाउंटी में सबसे बड़ा इनाम 15 लाख डॉलर (करीब 11 करोड़ रुपये) का देने वाली है। रिसर्चर्स इन आईफोन्स की अच्छे से पड़ताल करेंगे क्योंकि लाखों डॉलर जीतने का मौका शायद ही कोई खोना चाहेगा।
ऐपल को लॉक्ड-इन iOS पर भरोसा
कंपनी रिसर्चर्स को अनलॉक करके आईफोन्स भेज रही है, इसका मतलब है कि कंपनी को मौजूदा लॉक्ड-इन आईफोन्स की सुरक्षा पर पूरा भरोसा है। ऐपल मान रही है कि लॉक्ड-इन iOS में आसानी से सेंध नहीं लगाई जा सकती।