
क्या होते हैं अरोरा और ये कैसे बनते हैं?
क्या है खबर?
अंतरिक्ष में होने वाली कई घटनाओं का असर पृथ्वी पर भी साफ तौर पर देखा जा सकता है।
इनमें से एक अद्भुत खगोलीय घटना है अरोरा। यह प्राकृतिक प्रकाश प्रदर्शित करने वाली घटना उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्रों में विशेष रूप से देखी जाती है।
यह दृश्य देखने में बेहद आकर्षक होता है और कई बार हमें साफ तौर पर दिखाई देता है।
आइए जानते हैं कि यह क्या होता है और कैसे बनता है।
अरोरा
अरोरा क्या होता है?
अरोरा एक प्राकृतिक प्रकाश घटना है, जो आकाश में रंग-बिरंगे लकीरों के रूप में दिखाई देती है।
इसे 'नॉर्दर्न लाइट्स' के नाम से भी जाना जाता है। यह घटना मुख्य रूप से उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्रों में देखने को मिलती है, जहां सूर्य की ऊर्जा पृथ्वी के वायुमंडल से टकराती है।
अरोरा के रंग हरे, लाल, नीले और बैंगनी होते हैं, जो इसे और भी आकर्षक बना देते हैं।
निर्माण
अरोरा कैसे बनता है?
अरोरा तब बनती है, जब सूर्य से निकलने वाली सौर हवाएं पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकराती हैं।
इन कणों के वायुमंडल में मौजूद गैसों, जैसे ऑक्सीजन और नाइट्रोजन से टकराने पर ऊर्जा मुक्त होती है, जो हमें रंग-बिरंगे प्रकाश के रूप में दिखाई देती है।
यह प्राकृतिक घटना विशेष रूप से पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्रों में सबसे अधिक होती है, जहां चुंबकीय क्षेत्र तेजी से कणों को आकर्षित करता है।
प्रकार
2 प्रकार के होते हैं अरोरा
अरोरा 2 प्रमुख (अरोरा बोरेलिस और अरोरा ऑस्ट्रालिस) प्रकार के होते हैं।
अरोरा बोरेलिस को उत्तरी ध्रुवीय क्षेत्रों में देखा जाता है, जबकि अरोरा ऑस्ट्रालिस को दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्रों में देखा जाता है। दोनों प्रकार एक जैसे होते हैं, लेकिन इन्हें भौगोलिक स्थिति के आधार पर अलग-अलग नाम दिए गए हैं।
दोनों में रंगों की विविधता, जैसे हरा, लाल और बैंगनी, देखने को मिलती है, जो इसके अद्वितीय दृश्य को और भी आकर्षक बना देती है।