शरद पवार ने 9 बागी विधायकों को NCP से निकाला, बोले- मैं ही पार्टी का अध्यक्ष
क्या है खबर?
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की।
पवार ने बैठक के बाद अपने भतीजे अजित पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ही NCP के अध्यक्ष हैं और यदि कोई दूसरा व्यक्ति इस बात का दावा करता है तो वह बिल्कुल गलत है।
बैठक में 9 बागी विधायकों को पार्टी से निकालने के प्रस्ताव पर भी मुहर लगी है।
जानकारी
किन बागी विधायकों पर हुई कार्रवाई?
NCP की बैठक में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार का साथ देने वाले 9 बागी विधायकों को पार्टी से निकाल दिया गया। इनमें प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव अत्राम, सुनील वलसाड और हसन मुश्रीफ शामिल हैं।
बयान
पवार बोले- मैं 82 वर्ष की आयु में भी प्रभावी हूं
बुधवार को लगाए गए अजित के आरापों का जवाब देते हुए पवार ने कहा कि अगर कोई मुख्यमंत्री बनना चाहता है तो उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं है और वह उसे अपनी शुभकामनाएं देंगे।
उन्होंने कहा, "मैं अभी भी प्रभावी हूं, चाहे मैं 82 वर्ष या 92 वर्ष का हो जाऊं।" दरअसल, अजित ने कहा था कि पवार की आयु 82 वर्ष की हो गई है और उन्हें अपने राजनीतिक जीवन में आराम करना चाहिए।
बयान
बैठक के बाद बढ़ा पार्टी का मनोबल- पवार
पवार ने कहा, "केंद्र सरकार अन्य विपक्षी पार्टियों को परेशान करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।"
उन्होंने कहा, "बैठक के दौरान सभी सदस्यों ने पार्टी को मजबूत करने का इरादा जताया है। पार्टी को नुकसान हुआ है, लेकिन कार्यकर्ताओं ने कहा कि इससे पार्टी मजबूत होगी और आगे बढ़ेगी। बैठक के बाद पार्टी के नेताओं और कार्यकार्ताओं का मनोबल बढ़ा है।"
प्रस्ताव
NCP की कार्य समिति ने पारित किए 8 प्रस्ताव
बैठक में NCP की कार्य समिति ने 8 प्रस्तावों को पारित किया। इनमें पार्टी के खिलाफ किसी भी तरह की गतिविधि करने वालों पर कार्रवाई करने का अधिकार पवार को दिया गया है।
प्रस्ताव में यहा कहा गया कि केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा विपक्षी पार्टियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
पार्टी ने मणिपुर में पिछले 2 महीने से जारी हिंसा को लेकर भी चिंता जताई है।
बैठक
अजित गुट ने बैठक को बताया अवैध
अजित गुट ने एक बयान जारी कर कहा कि शरद पवार द्वारा बुलाई गई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक अवैध है।
बयान में कहा गया, "अजित पवार ने चुनाव आयोग के सामने एक याचिका दाखिल की है, जिसमें कहा गया है कि वह असली NCP का प्रतिनिधित्व करते हैं और पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह उन्हें दिया जाए। चुनाव आयोग द्वारा विवाद का निपटारा होने तक किसी भी अन्य व्यक्ति को बैठक बुलाने का अधिकार नहीं है।"
मुलाकात
राहुल ने की पवार से मुलाकात
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज शरद पवार के घर जाकर उनके साथ मुलाकात की। इस दौरान सुप्रिया सुले भी मौजूद रहीं।
NCP के दिल्ली कार्यालय की प्रभारी सोनिया दुहन ने कहा, "राहुल गांधी ने बैठक में शरद पवार को पूरा समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 100 प्रतिशत हमारे साथ है और अन्य विपक्षी पार्टियों ने भी NCP को अपना समर्थन दिया है।"
उन्होंने दावा किया कि बागी विधायकों को छोड़कर अन्य सभी लोग पवार के साथ हैं।
मामला
अजित ने पवार के खिलाफ की थी बगावत
NCP अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने उनके खिलाफ बगावत करते हुए भाजपा से हाथ मिला लिया है। वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली भाजपा-शिवसेना की सरकार में शामिल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया था।
उनके साथ NCP के 12 अन्य विधायक भी आए थे, जिनमें से 8 को मंत्री बनाया गया है। अजित ने NCP के 40 विधायकों का उन्हें समर्थन होने की बात कही है।