राम मंदिर और गोधरा कांड पर उद्धव ठाकरे के बयान पर छिड़ा विवाद क्या है?
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक बयान के बाद विवाद छिड़ गया है। उद्धव ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के दौरान गोधरा कांड जैसी घटना हो सकती है। इस पर भाजपा के कई नेताओं ने उद्धव पर निशाना साधा है। अगले साल जनवरी में राम मंदिर का उद्घाटन किए जाने की संभावना है, जिसमें देशभर से हजारों लोग शामिल हो सकते हैं।
उद्धव ने क्या कहा था?
उद्धव ने जलगांव में एक कार्यक्रम में कहा था, "ऐसी संभावना है कि केंद्र सरकार राम मंदिर के उद्घाटन के लिए बसों और ट्रकों में बड़ी संख्या में लोगों को आमंत्रित कर सकती है। उनकी वापसी यात्रा पर गोधरा कांड जैसी घटना हो सकती है।" उन्होंने कहा, "कहीं पर भी हमला हो सकता है। किसी कॉलोनी में बसों को जलाया जा सकता है। देश में फिर से आग लगेगी और कुछ लोग इन लपटों पर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकेंगे।"
भाजपा ने उद्धव को लेकर और क्या कहा?
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बयान के लिए उद्धव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "दिवंगत बालासाहब ठाकरे को लग रहा होगा कि मेरे बेटे को क्या हो गया है।" उन्होंने आगे कहा, "किसके आशीर्वाद से वह इतने बड़े नेता बने हैं? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी गठबंधन INDIA किसी भी हद तक जा सकता है। मैं भगवान राम से प्रार्थना करना चाहता हूं कि इस गठबंधन को कुछ सद्बुद्धि दें।"
अपनी विचारधारा भूल गए हैं कुछ लोग- अनुराग ठाकुर
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग सत्ता के लालच में अपनी विचारधारा भूल गए हैं। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि बालासाहेब ठाकरे आज क्या सोच रहे होंगे कि सत्ता के लालच में उद्धव जी आज क्या-क्या कर रहे हैं। जब सनातन धर्म के बारे में इतनी सारी बातें कही गईं तो राहुल जी और उद्धव जी ने एक शब्द भी नहीं कहा।"
उद्धव से पहले संजय राउत भी जता चुके हैं ऐसी आशंका
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी कुछ दिन पहले दावा किया था कि लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर के उद्घाटन पर देश में दंगे हो सकते हैं। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर के उद्घाटन के समय अयोध्या में पूरे देश से लोगों को बुलाया जाएगा और इस दौरान किसी एक ट्रेन में पथराव हो सकता है या आग के गोले छोड़े जा सकते हैं, जिससे पूरे देश में दंगे होंगे।
क्या है गोधरा कांड?
देश के सबसे भीषण दंगों में शामिल गुजरात दंगों की चिंगारी गोधरा में 27 फरवरी, 2002 को साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बों में आग लगने से भड़की थी। इस आग में अयोध्या से कारसेवा करके लौट रहे 59 हिंदू मारे गए थे। घटना के बाद अहमदाबाद और उसके आसपास के इलाकों में मुस्लिम विरोधी हिंसा भड़क गई थी। यह दंगे दो-तीन दिन तक चले थे और इनमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
सुप्रीम कोर्ट ने दशकों तक चले अयोध्या के राम जन्मभूमि जमीन विवाद में 9 नवंबर, 2019 को रामलला विराजमान के हक में फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन पर मंदिर बनाने का आदेश दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन कर इसके निर्माण कार्य का शुभारंभ किया था। राम मंदिर के निर्माण के लिए 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' नामक ट्रस्ट बनाया गया है।