भाजपा ने कई बार किया मेरे परिवार का अपमान किया, लेकिन हम चुप रहे- प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और अपने भाई राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खारिज किए जाने पर रविवार को भाजपा शासित केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा उनके परिवार का कई बार अपमान किया गया है, लेकिन वह चुप रहीं। गौरतलब है कि राहुल गांधी की लोकसभा में अयोग्यता के विरोध में कांग्रेस सभी राज्यों और जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय सत्याग्रह आंदोलन का आयोजन कर रही है।
प्रियंका बोलीं- इस देश के लोकतंत्र को मेरे परिवार के खून ने सींचा है
प्रियंका ने कहा, "इस देश के लोकतंत्र को मेरे परिवार के खून ने सींचा है। जो सोचते हैं कि हमें अपमानित कर, एजेंसियों से छापे मरवाकर हमें डरा देंगे, वो गलत सोचते हैं। हम डरने वाले नहीं हैं। हम और मजबूती से लड़ेंगे। हम इस देश के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने आगे कहा कि प्रधानामंत्री नरेंद्र मोदी कायर हैं और अपनी सत्ता के पीछे छिपे हुए हैं।
भगवान राम का नाम लेकर परिवारवाद पर बोलीं प्रियंका
प्रियंका ने कहा कि भाजपा हमेशा गांधी परिवार पर परिवारवाद और वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाती है। उन्होंने कहा, "आप हमें परिवारवाजी बोलते हैं तो भगवान राम कौन थे? भगवान राम को वनवास भेजा गया था। भगवान राम ने अपनी धरती और अपने परिवार के लिए धर्म का पालन किया। क्या भगवान राम परिवारवादी थे? क्या पांचों पांडव परिवारवादी थे? यह सभी अपने परिवार की रक्षा और संस्कारों के लिए लड़े थे।"
देश के लोगों के लिए लड़ रहे हैं राहुल- कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि सभी विपक्षी दल राहुल के साथ खड़े हैं। मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूं जो लोकतंत्र को बचाने के लिए हमारे साथ खड़े हैं। यह एक दिन की लड़ाई नहीं है, बल्कि कामयाब होने तक यह लड़ाई जारी रहेगी।" उन्होंने आगे कहा कि राहुल इस देश की जनता, महिलाओं और युवाओं के लिए लड़ रहे हैं।
राहुल ने कल भी प्रधानमंत्री मोदी पर साधा था निशाना
राहुल ने उनकी लोकसभा सदस्यता जाने को लेकर शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी उनके अगले भाषण से डरे हुए हैं। राहुल ने आगे कहा था कि अडाणी और मोदी का क्या रिश्ता है और सांसदी जाने के बाद भी वे सरकार से सवाल पूछना बंद नहीं करेंगे। राहुल ने उनका समर्थन करने के लिए विपक्षी पार्टियों के नेताओं का भी धन्यवाद किया था।
मानहानि मामले में गई है राहुल की लोकसभा सदस्यता
राहुल ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी सरनेम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके खिलाफ सूरत में भाजपा विधायक ने मानहानि का केस दायर किया था। सूरत की एक कोर्ट ने राहुल को मानहानि का दोषी पाते हुए 2 साल की सजा और 15,000 रुपये का जुर्माना लगाया था। इसके एक दिन बाद ही लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी कर राहुल की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी थी।