राहुल गांधी सांसदी जाने के बाद पहली बार बोले- अडाणी-मोदी के रिश्ते पर सवाल पूछता रहूंगा
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द हो गई है। सांसदी जाने के बाद पहली बार उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। अडाणी मामले पर उन्होंने फिर सरकार को घेरा और पूछा कि अडाणी और मोदी का क्या रिश्ता है। उन्होंने कहा कि सांसदी जाने के बाद भी वे सरकार से सवाल पूछना बंद नहीं करेंगे। बता दें कि कल ही उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द की गई है।
मैं किसी से नहीं डरता- राहुल
राहुल ने कहा, "अडाणी जी की शेल कंपनी है, उसमें 20 हजार करोड़ रुपये किसी ने निवेश किया। ये अडाणी जी का पैसा नहीं है, किसी और का है। सवाल ये है कि ये 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं। मैंने संसद में सबूतों और मीडिया रिपोर्ट्स के साथ अडाणी और मोदी जी के रिश्ते के बारे में बोला। ये रिश्ता नया नहीं, पुराना है।" उन्होंने कहा कि वे लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं और किसी से डरेंगे नहीं।
OBC समुदाय के अपमान के आरोप पर क्या बोले राहुल?
राहुल के ऊपर मोदी सरनेम के जरिये OBC समुदाय के अपमान का आरोप है। इस पर उन्होंने कहा, "मैंने पहले भी कहा है सब समाज एक हैं, सबको एक होकर चलना है, भाईचारा होना चाहिए, सबमें प्यारा होना चाहिए, नफरत नहीं होनी चाहिए, हिंसा नहीं होनी चाहिए। ये OBC का मामला नहीं है, ये मोदी जी और अडानी जी के रिश्ते का मामला है। मुझे इस बात का जवाब चाहिए कि अडानी जी को 20 हजार करोड़ कहां से मिले।"
मोदी मेरे अगले भाषण से डरे हुए हैं- राहुल
प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी मेरे अगले भाषण से डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि आखिर कोई अडाणी को मिले पैसों पर जवाब क्यों नहीं दे रहा है, रक्षा मंत्रालय को भी इस पर सवाल करना चाहिए। राहुल ने कहा, "पैसे किसके हैं ये पता चलना बहुत जरूरी है। भाजपा के लोगों ने कहा कि अडाणी पर आक्रमण देश पर आक्रमण है, इनके दिमाग में देश अडाणी है और अडाणी देश है।"
राहुल बोले- संसद के अंदर रहूं या बाहर, फर्क नहीं पड़ता
राहुल ने कहा, "मुझे सच्चाई के अलावा किसी चीज में दिलचस्पी नहीं है। मैं केवल सच बोलता हूं, यह मेरा काम है और मैं इसे करता रहूंगा चाहे मैं अयोग्य हो जाऊं या गिरफ्तार हो जाऊं। इस देश ने मुझे सब कुछ दिया है और इसलिए मैं ऐसा करता हूं।" उन्होंने आगे कहा, "इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं संसद के अंदर हूं या नहीं। मैं देश के लिए लड़ता रहूंगा।"
विपक्षी पार्टियों का भी जताया आभार
राहुल की संसद सदस्यता रद्द होने के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने भी इस फैसले की निंदा की है। इस पर राहुल ने कहा, "मुझे समर्थन देने के लिए मैं सभी विपक्षी दलों को धन्यवाद देता हूं, हम सब मिलकर काम करेंगे।" उन्होंने माफी मांगने के सवाल पर कहा, "मेरा इतिहास डरने का नहीं है। मैं गांधी हूं, सावरकर नहीं। गांधी कभी माफी नहीं मांगता।"
क्यों गई है राहुल की सांसदी?
सूरत की एक कोर्ट ने राहुल को मानहानि से जुड़े एक मामले में 2 साल की सजा और 15,000 रुपये का जुर्माना लगाया था। ये सजा 2019 से जुड़े एक मामले में सुनाई गई थी, जिसमें उन्होंने मोदी सरनेम को लेकर टिप्पणी की थी। सजा सुनाने के एक दिन बाद ही लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी कर राहुल की संसद सदस्यता खत्म कर दी थी। इसके पीछे लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम का हवाला दिया गया था।