राहुल गांधी की सजा के खिलाफ आज कांग्रेस का सत्याग्रह, पुलिस ने नहीं दी अनुमति
लोकसभा से राहुल गांधी की अयोग्यता के विरोध में कांग्रेस आज सभी राज्यों और जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय सत्याग्रह आयोजित करेगी। ये सत्याग्रह सुबह 10 बजे शुरू होगा और शाम 5 बजे खत्म होगा। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता सभी राज्य मुख्यालयों और गांधी प्रतिमाओं पर संकल्प सत्याग्रह करेंगे। बता दें कि 2019 के एक मामले में सूरत कोर्ट से सजा मिलने के बाद राहुल की संसद सदस्यता चली गई है।
राजघाट पर पहुंचे कांग्रेस के बड़े नेता
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी दिल्ली स्थित राजघाट पर सत्याग्रह के लिए पहुंच चुके हैं। उनके साथ पार्टी के कई बड़ नेता भी हैं। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "भाजपा राहुल गांधी को बोलने नहीं दे रही है। वे देश और जनता के हक के लिए लड़ रहे हैं और हम रुकेंगे नहीं।" दिल्ली के साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं।
सत्याग्रह के लिए पुलिस ने नहीं दी अनुमति
कांग्रेस ने सत्याग्रह के लिए दिल्ली पुलिस ने अनुमति मांगी थी, लेकिन पुलिस ने धारा 144 लागू होने और कानून व्यवस्था का हवाला देकर अनुमति देने से मना कर दिया है। इसके बाद वेणुगोपाल ने ट्वीट कर लिखा, 'संसद में हमारी आवाज को खामोश करने के बाद सरकार ने हमें बापू की समाधि पर भी शांतिपूर्ण सत्याग्रह करने से मना कर दिया है। विपक्ष के हर विरोध को नकारना मोदी सरकार की आदत बन गई है।'
अकेले नहीं है राहुल- वेणुगोपाल
वेणुगोपाल ने सत्याग्रह को लेकर सभी प्रदेश इकाइयों को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने लिखा है, "न्याय की इस लड़ाई में राहुल गांधी अकेले नहीं है। लाखों कांग्रेसी और करोड़ों लोग उनके साथ खड़े हैं। हम अपने नेता और उनकी इस निडर लड़ाई के समर्थन में रविवार को सत्याग्रह करेंगे।" शनिवार को प्रियंका, वेणुगोपाल, जयराम रमेश, अशोक गहलोत और भूपेश बघेल ने बैठक कर विरोध की रणनीति पर चर्चा की थी।
सांसदी जाने के बाद बोले राहुल- मैं किसी से नहीं डरता
सांसदी जाने के बाद राहुल ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि वे मोदी और अडाणी के रिश्ते पर सरकार से सवाल पूछना बंद नहीं करेंगे। राहुल ने कहा था, "अडाणी जी की शेल कंपनी है, उसमें 20 हजार करोड़ रुपये किसी ने निवेश किया। ये अडाणी जी का पैसा नहीं है, किसी और का है। सवाल ये है कि ये 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं।"
मानहानि मामले में गई है राहुल की सांसदी
2019 में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने मोदी सरनेम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके खिलाफ सूरत में भाजपा विधायक ने मानहानि का केस दायर किया था। सूरत की एक कोर्ट ने राहुल को मानहानि का दोषी पाते हुए 2 साल की सजा और 15,000 रुपये का जुर्माना लगाया था। इसके एक दिन बाद ही लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी कर राहुल की संसद सदस्यता खत्म कर दी थी।