पुलिसकर्मियों पर लगे लड़कियों के कपड़े उतरवाकर उन्हें नचाने के आरोप गलत- महाराष्ट्र सरकार
क्या है खबर?
महाराष्ट्र सरकार ने जलगांव के पुलिसकर्मियों पर लगे लड़कियों से जबरदस्ती स्ट्रिप डांस (कपड़े उतरवाकर डांस) कराने के आरोपों को गलत बताया है।
गुरूवार को विधानसभा में राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि घटना के समय वहां कोई भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था।
उन्होंने शिकायत करने वाली महिला के मानसिक तौर पर अस्वस्थ होने की बात भी कही है।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला जलगांव में महिला एवं बाल विभाग द्वारा चलाए जाने वाले एक हॉस्टल का है।
यहां की कुछ महिलाओं ने आरोप लगाया था कि 1 मार्च को कुछ पुलिसकर्मी और अन्य कुछ लोग जांच के बहाने हॉस्टल में घुस आए और लड़कियों के कपड़े उतरवाकर उनसे स्ट्रिप डांस कराया।
घटना का एक वीडियो भी सामने आया था जिसके बाद भाजपा ने इस मुद्दे को विधानसभा में जोर-शोर से उठाया था और जांच की मांग की थी।
जांच
महाराष्ट्र सरकार ने जांच के लिए बनाई थी समिति, आज साझा किए नतीजे
भाजपा की मांग के बाद महाराष्ट्र सरकार ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया था।
अब आज विधानसभा में जांच के नतीजे बताते हुए गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा, "वरिष्ठ महिला अधिकारियों की एक टीम जांच के लिए हॉस्टल गई थी। हॉस्टल में 17 लड़कियां रहती हैं। 41 गवाहों से पूछताछ की गई। यह पाता गया कि आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। यह एक महिला हॉस्टल है और पुलिसकर्मी अंदर नहीं जा सकते।"
असलियत
देशमुख ने बताया असल में क्या हुआ था
देशमुख ने बताया, "20 फरवरी को हॉस्टल में एक मनोरंजक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था जिसमें कोई पुरुष पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। इसमें कविता पाठ, गायन और डांस हुआ। डांस के दौरान लंबी स्कर्ट पहनकर आई एक महिला ने अपनी स्कर्ट उतार दी क्योंकि वह असहज महसूस कर रही थी।"
उन्होंने कहा कि मामले में शिकायत करने वाली महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसके पति और अन्य परिजनों ने उसकी मानसिक स्थिति का हवाला दिया है।
अन्य बयान
जलगांव के संरक्षक मंत्री बोले- आरोपों से जिले का नाम खराब हुआ
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान जलगांव के संरक्षक मंत्री गुलाबराव पाटिल ने भी कहा कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन से मामले में पूछताछ की है और आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि इन झूठे आरोपों की वजह से जिले के नाम खराब हुआ।
वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि हॉस्टल एक अच्छे आवासीय कॉलोनी में है और इन आरोपों की वजह से निराश्रित महिलाओं को समाज में समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
बयान
कांग्रेस और उप मुख्यमंत्री ने भी की झूठे आरोपों की आलोचना
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने भी विधानसभा में कहा कि इन झूठे आरोपों की वजह से राज्य की छवि खराब हुआ है। वहीं उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि जब भी ऐसा आरोप लगाए जाएं तो पहले इनकी पुष्टि की जानी चाहिए।