पैरोल पर बाहर चल रहा मुंबई बम धमाकों का आरोपी 'डॉक्टर बम' फरार!
1993 के मुंबई सीरियल बस धमाकों के आरोप में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा आरोपी डॉक्टर जलीस अंसरी उर्फ डॉक्टर बम गुरुवार को मुंबई से फरार हो गया। वह पैरोल पर बाहर चल रहा था और शुक्रवार को उसकी पैरोल अवधि खत्म हो रही थी, लेंकिन गुरुवार सुबह पांच बजे से वह फरार है। महाराष्ट्र ATS, मुंबई क्राइम ब्रांच समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर है। बड़ा सवाल यह है कि आरोपी अंसारी शुक्रवार को जेल पहुंचेगा या नहीं?
अजमेर जेल में काट रहा था आजीवन कारावास
मुंबई में ट्रेनों में सीरियल बम धमाके करने के आरोप में CBI ने 1994 में उन्हें उनके 16 साथियों के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनके मामले में सुनवाई चलती रही और 24 फरवरी, 2005 को उन्हें उम्रकैद की सजा सुना दी गई थी। वर्तमान में वह राजस्थान के अजमेर केन्द्रीय कारागार में सजा काट रहा था और 28 दिसंबर, 2019 को उसने 21 दिनों की पैरोल हासिल की थी। 17 जनवरी को उसकी पैरोल खत्म हो रही थी।
बेटे ने मुंबई पुलिस को दी अंसारी के लापता होने की सूचना
मुंबई के अग्रीपाड़ा थाना पुलिस ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने पैरोल देते हुए उसे रोजाना अग्रिपाड़ा थाने में सुबह 10:30 से 12 बजे तक हाजिरी लगाने के निर्देश दिए थे। वह नियमित रूप से आ भी रहा था, लेकिन गुरुवार को वह नहीं आया। दोपहर में अंसारी के बेटे जैद ने पुलिस को पिता के लापता होने की शिकायत दी। उसने बताया कि उसके पिता सुबह नमाज पढ़ने की बात कहकर घर से निकले थे, लेकिन वापस नहीं लौटे।
देश की सुरक्षा एजेंसियों ने जारी किया अलर्ट
जलीस अंसारी के फरार होने की सूचना मिलने के बाद देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है और उन्होंने पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया है। मुंबई पुलिस के अनुसार अंसारी इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़कर स्लीपिंग सेल को एक्टिव करने में मदद करता था। इसके साथ वो देश को दहलाने की योजना बनाता था। इतना ही नहीं, वह आतंकियों की फेहरिस्त बनाने के लिए देश के युवाओं का ब्रेन वॉश भी करता था।
'डॉक्टर बम' के नाम से कुख्यात था अंसारी
पुलिस के अनुसार अपराध व आतंकियों की दुनिया में डॉक्टर जलीस अंसारी 'डॉक्टर बम' के नाम से कुख्यात था। वह मुख्य रूप से SIMI और इंडियन मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ा हुआ था। उसने देश में 50 से अधिक सिलसिलेवार धमाकों को अंजाम दिया था। उसे बम बनाने में भी महारत हासिल थी। यही कारण है कि आतंकियों में उसकी बड़ी डिमांड थी। वह धमाकों में सहयोग करने के लिए आतंकियों को भी बम बनाना सिखाता था।
सीरियल धमाकों में गई थी सैकड़ों जानें
पुलिस के अनुसार फरार अंसारी ने 1993 में आतंकी इरफान अहमद, जमाल अल्वी सहित 15 साथियों के साथ मुंबई सहित देश के विभिन्न हिस्सों में 50 से अधिक सीरियल धमाके किए थे। इन धमाकों में सैकड़ों लोगों की जान गई थी। उसके बाद CBI की विशेष टीम ने छापेमारी करते हुए 1994 में अंसारी सहित सभी 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद मामले में जांच चलती रही और 2005 में उन्हें आजीवन कारावास दे दिया गया।