केरल: 'मेट्रो मैन' श्रीधरन होंगे भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार
क्या है खबर?
'मेट्रो मैन' के नाम से चर्चित ई श्रीधरन केरल में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। केरल भाजपा के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने गुरूवार को यह ऐलान किया।
उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द ही विधानसभा चुनाव के लिए अन्य उम्मीदरवारों का ऐलान भी करेगी।
बता दें कि 88 वर्षीय श्रीधरन 21 फरवरी को ही भाजपा में शामिल हुए हैं और भाजपा के उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदरवार बनाने की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी।
बयान
विधानसभा चुनाव लड़ने को भी तैयार है श्रीधरन
दिल्ली मेट्रो को स्थापित करने में अपनी भूमिका के लिए पहचाने जाने वाले श्रीधरन इससे पहले विधानसभा चुनाव लड़ने का संकेत भी दे चुके हैं।
गुरूवार को उन्होंने कहा था, "मैं किसी भी सीट से लड़ने को तैयार हूं और मेरा जीतना तय है। मेरा स्पष्ट रूप से मानना है कि भाजपा सत्ता में आएगी। हालांकि मैं ऐसी सीट से लड़ना चाहता हूं जो मलप्पुरम के पोन्ननी से ज्यादा दूर नहीं हो, जहां मैं अभी रहता हूं।"
बयान
घर-घर वोट मांगने नहीं जाऊंगा- श्रीधरन
इसके अलावा श्रीधरन ने यह भी कहा था कि वह हर घर-घर जाकर प्रचार करने का पारंपरिक तरीका नहीं अपनाएंगे। उन्होंने कहा था, "मैं वोट मांगने के लिए घरों और दुकानों पर नहीं जाऊंगा। लेकिन मेरा संदेश वोटर्स तक पहुंच जाएगा।"
चुनाव
श्रीधरन के सहारे सत्ता में आने की जुगाड़ में भाजपा
बता दें कि केरल की 140 विधानसभा सीटों पर 6 अप्रैल को वोटिंग होनी है और 2 मई को नतीजे आएंगे।
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के बीच है।
भाजपा को मुख्य रेस में नहीं माना जा रहा है, हालांकि वह श्रीधरन जैसे भरोसेमंद चेहरे के जरिए राज्य में पहली बार सत्ता में आने की कोशिश में लगी हुई है।
परिचय
केरल में ही हुआ था श्रीधरन का जन्म
श्रीधरन का जन्म 12 जून, 1932 को केरल के पलक्कड़ जिले में हुआ था। उन्होंने भारत की कुछ सबसे बड़ी रेलवे और मेट्रो परियोजनाओं को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
इसमें दिल्ली मेट्रो की परियोजना भी शामिल है जिसकी सफलता के बाद उन्हें 'मेट्रो मैन' की उपाधि दी गई थी।
उन्हें कोंकण रेलवे के सफल निर्माण का श्रेय भी दिया जाता है जो आजाद भारत में पश्चिमी तट को जोड़ने वाली सबसे बड़ी रेल परियोजना है।
सेेवाएं
इन मेट्रो परियोजनाओं में सेवा दे चुके हैं श्रीधरन
श्रीधरन दिल्ली मेट्रो के अलावा कोच्चि मेट्रो, लखनऊ मेट्रो और जयपुर मेट्रो को भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उन्होंने आखिरी बार लखनऊ मेट्रो के साथ काम किया था और बतौर मुख्य सलाहकार इससे जुड़े थे। 2019 में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था।
देशभर की अन्य कई मेट्रो रेल परियोजनाओं से भी वह किसी न किसी तरह जुड़े रहे हैं।
उन्होंने दिल्ली सरकार की महिलाओं को मेट्रो में मुफ्त यात्रा की योजना का भी विरोध किया था।
सम्मान
पद्म श्री और पद्म विभूषण से सम्मानित हैं श्रीधरन
देशभर में मेट्रो जैसे क्रांतिकारी परिवहन में उनके बेहतरीन योगदान के लिए श्रीधरन को कई पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है।
भारत सरकार ने उन्हें 2001 में पद्म श्री और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
इतना ही नहीं, फ्रांस सरकार ने भी उन्हें 2005 में अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया था। इसके अलावा टाइम मैग्जीन भी इन्हें 'एशिया का हीरो' का टाइटल दे चुकी है।